भोपाल। राजधानी भोपाल में ड्रग्स, लव और लैंड जिहाद के आरोपी ‘मछली’ परिवार पर कानून का शिकंजा बढ़ता जा रहा है।  भोपाल से निकलकर मामला दिल्ली तक पहुंच गया है। जिसके बाद इसे लेकर जांच और तेज कर दी गई है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) सदस्य प्रियंक कानूनगो ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि शाहिद मछली को राइफल एसोसिएशन ने ख्यातिलब्ध शूटर का दर्जा दिया है। जिसकी जांच के निर्देश दिए गए हैं। जिससे आपराधिक खेल के खिलाड़ी पकड़े जाएं। 

शाहिद मछली को ख्यातिलब्ध शूटर का दर्जा

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) सदस्य प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘सांप्रदायिक लैंगिक अपराध, भोपाल। हिंदू लड़कियों को लक्षित कर उनको ड्रग्स देने, बलात्कार करने, इस्लाम में धर्मांतरित करने हेतु ब्लैकमेल करने वालों को कथित रूप से संरक्षण देने के आरोपों की जांच जिन व्यक्तियों के विरुद्ध चल रही है। कथित रूप से उसी से संबंधित शाहिद मछली को राइफल एसोसिएशन ने ख्यातिलब्ध शूटर का दर्जा दिया है। जिस से उसको वर्ष भर में 30000 कारतूस खरीदने की पात्रता मिल गई है (जिसको एक लाख प्रतिवर्ष तक बढ़ाया जा सकता है।) तथा तीन अलग अलग प्रकार के हथियार के लाइसेंस मिले हुए हैं।’

जनता को प्रतिभाशाली खिलाड़ी के टूर्नामेंट जीतने की जानकारी नहीं

उन्होंने आगे लिखा कि ‘विदेश से आयातित और स्वदेशी राइफल,पिस्टल हथियारों में 12,.32 30.06 बोर के अलग अलग घातक हथियार हैं जिनमें से संभवतः कुछ तो स्पोर्ट्स में इस्तेमाल नहीं होते हैं। एक आदमी तीन अलग अलग प्रकार के श्रेणी हथियारों से ख्यातिलब्ध खिलाड़ी है और भोपाल की जनता को को इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी के अवॉर्ड्स, टूर्नामेंट जीतने, पदक मिलने की जानकारी ही नहीं है। सूचना के आधार पर जांच के आदेश दिए जा रहे हैं ताकि यदि यह खिलाड़ी है तो समुचित सम्मान मिले और यदि यह कोई आपराधिक खेल है तो इसके सारे आपराधिक खिलाड़ी पकड़े जा सकें।’

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