रायपुर. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आरोप-प्रत्यारोप के खेल में निर्वाचन आयोग से शिकायतों का दौर भी शुरू हो गया है. येदियुरप्पा की डायरी मामले पर बीजेपी ने कांग्रेसी नेता शैलेश नितिन त्रिवेदी की शिकायत निर्वाचन आयोग से की थी.

आज कांग्रेस के संचार विभाग अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी आज निर्वाचन आयोग जवाब देने पहुंचे. शैलेश नितिन त्रिवेदी के साथ गिरीश देवांगन,किरणमयी नायक और कांग्रेस के कुछ अन्य नेता भी मौजूद थे. शैलेश नितिन त्रिवेदी को निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी किया था.आयोग ने 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था.शैलेष नितिन ने येदियुरप्पा की डायरी मामले में एक बयान जारी किया था. जिस पर भाजपा ने शैलेष नितिन की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की थी, उस नोटिस का जवाब देने शैलेष नितिन निर्वाचन आयोग पहुंचे हैं.

इस मौके पर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भाजपा के खिलाफ विधानसभा चुनावों में कर्जमाफी के बारे में फर्जी लेटर हेड फेक न्यूज के जरिये सामाजिक वैमनस्यता फैलाने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की छवि धूमिल करने की साजिश की जानकारी देते हुए , कांग्रेस द्वारा की गयी शिकायतों और एफआईआर की प्रति सौंपकर कार्यवाही की मांग भी की है.

 

कांग्रेस नेत्री किरणमयी नायक ने कहा…

किरणमयी नायक ने कहा कि नरेश गुप्ता जो भाजपा के विधि प्रकोष्ठ के प्रभारी है.लगता है वो विधि और कानून भूल चुके है कि किन विषयों पर आचार संहिता में शिकायत की जानी चाहिए और किन पर नहीं. शैलेश नितिन त्रिवेदी मीडिया विभाग के अध्यक्ष है ऐसी स्थिती में वो पार्टी के पोलटिकल मेटर पर राजनीतिक बयान जारी करते है तो उस राजनीतिक बयान से किस आधार पर आचार संहिता का उल्लंघन होता है?

भाजपा को सीखने की जरूरत है.अनर्गल रूप से बयान बाजी करके एफआईआर दर्ज कराना और केवल मीडिया के सनसनी फैलाने का तरीका बस इनके पास रह गया है.बहुत अच्छे तरीके से निर्वाचन की प्रक्रिया चल रही है उन्हें शिकायत के लिए मुद्दे नही मिल रहे है.इसलिए इस तरीके गलत शिकायत कर परेशान करने की कोशिश कर रहे है. अपर कलेक्टर के तरफ से शैलेश नितिन त्रिवेदी को नोटिस आयी थी उसका जवाब हम देंगे ही पर उसकी सूचना मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को दिया है.और कहा है ऐसे फर्जी शिकायतों पर तत्काल रोक लगाई जाए. जो हमने भाजपा के खिलाफ विधानसभा चुनाव के दौरान सही शिकायते की थी सारे आवेदन हमारे थानों के पेंडिंग है इसकी भी मांग की है कि पुरानी शिकायतों पर चालान प्रस्तुत करने का थानों को निर्देश दिया जाए.