रायपुर। 16 अप्रेल 2020। भाजपा नेता धरमलाल कौशिक और दिगर भाजपा नेताओं द्वारा किसानों को धान के मूल्य की अंतर राशि दिए जाने की मांग पर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि 2500 ₹ और धान के समर्थन मूल्य के बीच के अंतर की राशि का प्रावधान किसानों को देने का प्रावधान छत्तीसगढ़ सरकार के बजट में किया जा चुका है और यह राशि जल्दी से जल्दी किसानों को दी जाएगी। धान की खरीदी के समय ही यह राशि किसानों को मिल जानी थी लेकिन इसलिए नहीं दी जा सकी क्योंकि मोदी सरकार ने किसानों को यह राशि देने पर रोक लगाई है। इसको लेकर भाजपा नेता धरमलाल कौशिक द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखने की स्तर हीन राजनीति बेहद दुखद है।

 

शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि धरमलाल कौशिक जी यह बताएं कि 2014 में जब केंद्र में मोदी सरकार ने सरकार बनते ही किसानों को बोनस की राशि देने पर रोक लगाई गई थी तब कौशिक जी ने मोदी जी को पत्र क्यों नहीं लिखा। छत्तीसगढ़ में 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जब पहले साल तो किसानों को धान का ₹2500 दाम दिया गया और दूसरे साल मोदी सरकार ने उस पर भी, ₹2500 देने पर भी रोक लगाई तब मोदी जी को किसी भी भाजपा नेता ने पत्र लिखने का साहस क्यों नहीं दिखाया ? अब भाजपा नेता किसानों के झूठे हमदर्द बनकर धान के अंतर की उसी राशि को लेकर मुख्यमंत्री जी को पत्र लिख रहे है, यह भाजपा के किसान विरोधी चरित्र को ही उजागर करता है।

कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि जो राशि किसानों को कांग्रेस सरकार ने पहले साल दी है और भाजपा की मोदी सरकार के द्वारा डाली गई अड़चनों के बावजूद दूसरे साल देने जा रही है उसकी मांग करके भाजपा नेताओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसानों की आंखों में धूल झोंकना ही उनका चरित्र है। यदि वास्तव में यह भाजपा नेता किसानों के हितैषी हैं तो करोना की आपदा को देखते हुए किसानों की फसलों के लिए ₹500 प्रति क्विंटल कम से कम अतिरिक्त राशि किसानों को दिए जाने की मांग करें ताकि इस संकट की घड़ी में किसान संभल सके। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने यह मांग किसानों के लिए केंद्र सरकार से कर दी है। कांग्रेस के द्वारा किसानों को ₹500 प्रति क्विंटल अतिरिक्त राशि दिए जाने की मांग का समर्थन करके धरमलाल कौशिक और भाजपा नेता भाजपा के 15 साल के शासनकाल में किसानों के साथ किए गए पापों को धो सकेंगे।

त्रिवेदी ने कहा है कि एक भी भाजपा नेता ने किसानों को धान के समर्थन मूल्य में स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश लागू करने की बात नहीं उठाई। भाजपा के घोषणा पत्र में किसानों की आय दोगुनी करने की बात लिखी थी लेकिन इस दिशा में आज तक भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा कदम नहीं उठाए जाने पर भी भाजपा के तमाम नेता मौन हैं। राज्य सरकार द्वारा किसानों को धान के समर्थन मूल्य के अलावा अतिरिक्त राशि 2500 ₹ दिए जाने पर केंद्र सरकार रोक लगाती है तब भी भाजपा के नेता मौन बने रहते हैं। कुछ दिनों पहले छत्तीसगढ़ की विधानसभा का बजट सत्र पूर्ण हुआ है और उसके बाद लगातार केंद्र सरकार की लापरवाही के कारण देश भर में फैले करोना की रोकथाम के काम में राज्य में सरकार पूरी ताकत से काम कर रही है । ऐसे समय में बेहद स्तरहीन राजनीति करते हुए भाजपा नेताओं ने जो राशि किसानों को देने की कांग्रेस सरकार स्वीकृति दे चुकी है उसे देने की मांग करके अपना वास्तविक किसान विरोधी चरित्र उजागर कर दिया है।