बिलासपुर- कांग्रेस के प्रवक्ता शैलेष पांडेय ने शहर के विकास मॉडल को लेकर सरकार पर जमकर तंज कसा है.शैलेष ने कहा है कि “बारिश की वजह से विकास के दावों की पोल खुल गई है. बिलासपुर में विकास के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन एक दिन की बारिश में पूरा शहर पानी में डूब गया। बड़ी बात यह है कि खुद नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल बिलासपुर के रहने वाले हैं । इतना ही नहीं मंत्री करोड़ों रुपये के आंकड़ा दिखाकर मंत्री विकास का ढोल भी पीटते रहते हैं | अब जनता पूछ रही है कि जो मन्त्री अपना शहर नहीं संभाल पा रहा वो सूबे को क्या संभालेगा ।”
शैलेश ने कहा कि हर साल शहर के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने के लिए करोड़ों रुपए नाला-नाली के निर्माण फूंका जाता है | शहर विकास का मॉडल दिखाकर नगर निगम ने हर जोन के लिए 25-25 करोड़ रुपए का टेंडर निकाला गया, पुराने नाला नालियों को तोड़कर नया बनाने का सिर्फ मात्रा ढोंग किया गया है, इससे ना तो शहरवासियों की ड्रेनेज की समस्या हल हुई, ना शहर का विकास हुआ । हां बल्कि शहर विकास की ढोल पीटने वालों का जरूर विकास होते दिखाई दे रहा है |
इतने सालों में करोड़ों रुपये फूंकने के बाद भी पुराण बस स्टैंड की जलभराव की समम्स्या का समाधान नहीं कराया जा सका है, इस क्षेत्र के व्यापारी भाइयों की आये दिन जंभाराव मुसीबत बन गई है |
शहर विकास का खोखला मॉडल एक बार फिर बारिश होते ही जनता के सामने आ गया है । मंत्री के इशारे में चल रहे विकास कार्य के नाम पर जनता के पैसों का जमकर दुरुपयोग हो रहा है ।शहर के कई गली मोहल्लों में ड्रेनेज सिस्टम पहले बेहतर काम कर रहा था, लेकिन जनता को परेशान करके कई महीनों तक उनके घरों के सामने खुदाई कराकर नाली का निर्माण कराया कराया गया, ना तो गुणवत्ता में ध्यान दिया गया, ना ही इंजीनियरिंग में । अब अहले से ज्यादा पानी का भराव हो रहा है |
शहर की पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, एक भी पार्किंग का निर्माण नहीं कराया जा सका है, जगदलपुर की हवाई कनेक्टिविटी हो गई, लेकिन बिलासपुर का तो सड़क कनेक्टिविटी भी ठीक नहीं है | सिर्फ कागजों में शहर विकास का मॉडल दिख रहा है | शहर के लोगों के साथ विकास के नाम पर छलवा करने वाले मंत्री जी चार महीने बाद आपकी विदाई तय है, बिलासपुर की जनता को विकास चाहिए, खुद को विकास पुरुष बताने वाले मंत्री जी शानदार विदाई के लिए तैयार रहिये | जनता बदलाव मांग रही है, जनता विकास मांग रही है |