रायपुर. शनि जयंती (Shani Jayanti 2023) इस बार 19 मई यानी शुक्रवार को मनाई जाएगी. शनि जयंती (Shani Jayanti 2023) ज्येष्ठ अमावस्या के कृष्ण पक्ष के दिन मनाई जाती है. इस दिन ज्येष्ठ अमावस्या और वट सावित्री व्रत भी किया जाएगा. ये तीनों ही पर्व एक ही दिन पड़ रहे हैं.

शनि जयंती पर राशि के अनुसार पूजा और दान करें :

मेष राशि : इस राशि के जातक तेल और काले तिल का दान करें. साथ ही सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का दान करें. गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए भी आगे आएं. ऐसा करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलेगी.

वृषभ राशि : शनिदेव के नाम का जप करें और शनि चालीसा का पाठ करें. साथ ही गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों को कंबल का दान करें. परिवार के सदस्यों की अच्छी उन्नति होगी.

मिथुन राशि : शनि मंदिर में काली उड़द का दान करें और गरीब-जरूरतमंद व्यक्तियों को काले कपड़ों का दान करें. साथ ही बड़े बुजुर्गों और माता पिता का आदर करें और उनको कुछ उपहार भी दें.

कर्क राशि : शनि मंदिर में सुबह शाम दशरथ कृत शनि स्त्रोत का पाठ करें. साथ ही गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों को उड़द दाल, तिल और तेल का दान अवश्य करें. धन धान्य में कभी कमी नहीं होगी.

सिंह राशि : शनिदेव के साथ हनुमानजी की भी पूजा करें और अगर संभव हो तो नीलम, लोहा, काले तिल, जल से भरा घड़ा, काला छाता आदि का दान करें. अगर आप इस दिन कोई नया कार्य शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो हनुमानजी की पूजा अर्चना करने के बाद ही शुरू करें.

कन्या राशि : इस दिन उपवास रखें और शनि मंदिर में सुबह शाम शनि मंत्रों का जप करें. गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति को जूते-चप्पल का दान करें और छाया दान भी करें. ऐसा करने से शनिदेव हर कष्ट को दूर करते हैं.

तुला राशि : शनि मंदिर में तेल और तिल अर्पित करें. साथ ही गरीबों व जरूरतमंदों की यथाशक्ति अनुसार काले कपड़े और काले तिल का दान करें. कारोबार में अच्छी वृद्धि होती है.

वृश्चिक राशि : शनिदेव के साथ बजरंगबली की भी पूजा करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें. साथ ही गाय और कुत्तों को रोटी खिलाएं और लोहे के बने बर्तनों का दान करें. ऐसा करने से शनिदेव के साथ हनुमानजी की भी कृपा बनी रहती है.
धनु राशि वाले शनि मंदिर में तेल अर्पित करें और पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. साथ ही पीले कपड़े और हल्दी का दान करना बेहद शुभ रहेगा.

मकर राशि : शनि मंत्र का जप करें और शनि चालीसा का पाठ करें. इसके साथ ही गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन कराएं साथ ही गाय का दान भी करें. ऐसा करने से शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा के अशुभ प्रभाव में कमी आती है.

कुंभ राशि : शनिदेव के साथ-साथ बजरंगबली की भी पूजा करें और उनको बूंदी का भोग लगाएं. इसके साथ ही तेल, लोहे के बर्तन और स्वर्ण दान भी करें. शनिदेव हर कष्ट से मुक्ति दिलाते हैं.

मीन राशि : सुंदरकांड, बजरंग बाण और शनि चालीसा का पाछ करें. साथ ही पीले कपड़े और हल्दी का दान करें. भाग्य का साथ मिलने से हर कार्य पूरा हो जाता है.