Shani Jayanti 2024 : भगवान शनि देव की पूजा करने से कई समस्याओं का अंत हो जाता है. साथ ही साढ़ेसाती की समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है. शनि जयंती के दिन भगवान शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए भक्त कई तरह के उपाय भी करते हैं. इस दिन भगवान बजरंग बली की भी पूजा करने से भगवान शनिदेव प्रसन्न होते हैं. शनिदेव भगवान की पूजा करते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. ऐसे में आइए जानते हैं शनिदेव भगवान के शरीर के कौन से भाग पर तेल नहीं चढ़ाना चाहिए.

भगवान शनिदेव के शरीर के इस भाग पर ना चढ़ाएं तेल

भगवान शनिदेव को तेल चढ़ाते समय कुछ भक्त शनिदेव भगवान के सिर के ऊपर तेल चढ़ाते लगते है, जो बिल्कुल भी ऐसा नहीं करना चाहिए. कहते हैं ऐसा करने से आपकी समस्याओं का अंत भी बहुत धीरे धीरे होता है. इसलिए भगवान शनिदेव को उनके पैर की सबसे छोटी उंगली पर तेल चढ़ाना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपकी सभी समस्याएं जल्दी से समाप्त हो जाती हैं. तो अगली बार जब शनिदेव भगवान के मंदिर जाएं तो इन बातों का जरूर ध्यान रखें. इस upat se आपकी सभी समस्या तेजी से कम तो होंगी ही साढ़ेसाती में भी लाभ होगा.

शनिदेव को तेल चढ़ाने का नियम क्या है? (Shani Jayanti)

  • अगर आप शनिदेव को तेल चढ़ाने जा रहे हैं, तो ध्यान रहे कि लोहे के पात्र से ही तेल चढ़ाएं.
  • शनिदेव को सरसों या तिल्ली का तेल ही चढ़ाएं, क्योंकि शनिदेव को जब पीड़ा हुई थी तो हनुमान जी ने यही तेल लगाया था.
  • ध्यान रहे कि जब भी आप शनिदेव पर तेल चढ़ाएं तो आपकी नजरें उनके चरणों पर होनी चाहिए. ऐसा इसीलिए क्योंकि कहा जाता है शनि देव से आंखे नहीं मिलानी चाहिए.
  • शनिदेव को तेल चढ़ाते समय उनसे सुख-शंति के साथ ही कृपा प्राप्ति की प्रार्थना करें और मन में किसी तरह का कोई सशंय नहीं रखें.
  • शनिदेव को तेल चढ़ाते समय पवित्रता, शुद्धता और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें.