नई दिल्ली- आदिवासी वोट बैंक को समेटने में जुटी कांग्रेस ने अपने पुराने चेहरों को पार्टी से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। कोंडागांव से कांग्रेस की टिकट पर दो बार चुनाव जीतने वाले शंकर सोढ़ी की घर वापसी का रास्ता साफ हो गया है। कांग्रेस आलाकमान ने सोढ़ी के कांग्रेस प्रवेश की अनुमति दे दी है।
2013 में निकाला था महंत ने
2013 विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट कटने से नाराज शंकर सोढ़ी ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। पार्टी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष चरणदास महंत ने अनुशासहीनता के आऱोप में शंकर सोढ़ी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था।
सोनिया गांधी ने किया फैसला
बताया जा रहा है कि शंकर सोढ़ी की कांग्रेस वापसी पर मुहर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने लगाई है. प्रदेश प्रभारी बी के हरिप्रसाद को इसके लिए निर्देश जारी कर दिया गया है. शंकर सोढ़ी अजीत जोगी की सरकार के दौरान खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता औऱ पूर्व दिवंगत सासंद मनकूराम सोढ़ी के बेटे शंकर सोढ़ी की कांग्रेस वापसी का फैसला उस वक्त लिया गया, जब छत्तीसगढ़ में चुनाव में महत डेढ़ साल का ही वक्त बाकी रह गया है. लल्लूराम.काम से बातचीत में पूर्व मंत्री शंकर सोढ़ी ने कहा है कि उन्हें घर वापसी की सूचना प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने दी है.
बस्तर के रास्ते रायपुर की तैयारी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बताते हैं कि संगठन उन तमाम खामियों को दूर कर रही है, जिसकी वजह से बीते चुनाव में पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा था. बस्तर के रास्ते कांग्रेस सरकार में आने का इरादा रखती है, यही वजह है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी बस्तर पर खास ध्यान दे रहे हैं. संगठन की ताकत रहे पुराने चेहरों को इसी रणनीति के तहत पार्टी से जोड़ने की दिशा में काम किया जा रहा है.