बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर लगातार आवाजें उठ रही हैं. विशेषकर साधू-संत इस मुद्दे पर मुख हैं. इस बीच जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बांग्लादेश को लेकर एक बार फिर बड़ बयान दिया है. उन्होंने इस मामले में भारत सरकार को निर्णय लेने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि ‘पूरे विश्व से क्या अपेक्षा करते हो सबसे बड़ी अपेक्षा तो भारत से है. क्योंकि भारत हिंदू राष्ट्र है. भारत में हिंदू बहुतायत में रहते हैं. हिंदूओं की मातृभूमि, पितृभूमि, पुण्यभूमि भारत है. ऐसी स्थिति में बांग्लादेश के हिंदू भारत सरकार से, भारत के लोगों से अपेक्षा कर रहे हैं. इसलिए भारत को इसमें निर्णय लेने की ज़रूरत है.’
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सनातन बोर्ड की मांग का समर्थन
बता दें कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती कथावाचक देवकीनंदन के सनातन बोर्ड की मांग का भी समर्थन कर चुके हैं. देवकीनंद ने कहा था कि हमें देश में सनातन बोर्ड इसलिए चाहिए क्योंकि हम भारत को सुरक्षित चाहते हैं. हमारे पास केवल 5 से 10 साल ही हैं, नहीं तो देश में बहुत खराब स्थिति आ जाएगी. बांग्लादेश में इस्कॉन के पुजारी का गिरफ्तार होना देश के लिए खतरे की घंटी है. वहीं उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले सभी बांग्लादेशियों को देश से बाहर भेजना चाहिए.
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