अविनाश श्रीवास्तव/रोहतास। शंकराचार्य ज्योतिपीठाधीश्वर अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बीते 20 वर्षों में बिहार के लिए बहुत अच्छा कार्य किया है, लेकिन अब उन्हें सक्रिय राजनीति से हट जाना चाहिए और युवाओं के लिए रास्ता छोड़ देना चाहिए। डेहरी ऑन सोन में एक निजी विद्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा नीतीश कुमार ने जो किया वह सराहनीय है, लेकिन अब वे वृद्ध हो चुके हैं। समय आ गया है कि वे राजनीति से संयमपूर्वक संन्यास लें। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि राजनीति में युवा नहीं आएंगे तो लोकतंत्र का संतुलन बिगड़ जाएगा। युवाओं को नेतृत्व का अवसर मिलना चाहिए और इसके लिए वरिष्ठ नेताओं को मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।

गौ सेवा को लेकर चला रहे हैं विशेष अभियान

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद इन दिनों बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य गौ सेवा को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि जो लोग गौ रक्षा की बात करें जनता को चाहिए कि वह उन्हीं को वोट दें। गौ माता का सम्मान और संरक्षण भारतीय संस्कृति की आत्मा है।

युवाओं को मौका देना जरूरी

शंकराचार्य ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका यह बयान राजनीतिक आलोचना नहीं है, बल्कि यह समय की मांग है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों को मार्गदर्शक की भूमिका निभानी चाहिए, जबकि संचालन की बागडोर युवाओं के हाथ में होनी चाहिए।

क्या प्रदेश में राजनीतिक पीढ़ी परिवर्तन की जरूरत ?

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के इस बयान से बिहार की राजनीति में हलचल मच सकती है। उनके बयान को एक संकेत माना जा रहा है कि अब राज्य में राजनीतिक पीढ़ी परिवर्तन की जरूरत है। साथ ही उन्होंने गौ सेवा को लेकर मतदाताओं से अपील कर एक नई नैतिक राजनीति की ओर भी इशारा किया है।