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प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। राज्य शैक्षणिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रकाशित कक्षा 5वीं की पुस्तक में ‘चमत्कार’ पाठ में ठगी को लेकर कही गई बातों को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने किताब में छपे पाठ को हिन्दू धर्म के विरुद्ध बताते हुए भरी सभा में फाड़ दिया.
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद दो दिवसीय कवर्धा जिले के प्रवास पर है. इस दौरान आज वे ग्राम जुनवानी में आयोजित यज्ञ कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने एससीईआरटी द्वारा प्रकाशित कक्षा 5वीं में ‘चमत्कार’ पाठ में लिखे शब्दों का जिक्र करते हुए कहा कि एक नियोजित तरीके से छोटे बच्चों के मन में साधुओं के प्रति विरोध व गलत धरणा भरी जा रही है.
शंकराचार्य ने कहा कि ठग, साधु या स्वामी भेष में ही नहीं कई रूप में आते हैं, पाठ में उसका क्यों उल्लेख नहीं किया गया. ये गलत है. शंकराचार्य ने पुस्तक में लिखे पाठ को हटाने के साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है.
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