प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। शाहरूख खान की फिल्म ‘पठान’ के गाने ‘बेशर्म रंग’ में हीरोइन के भगवा कपड़ा पहनने से उपजे विवाद पर शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बयान सामने आया है. उन्होंने ऐसे दृश्यों पर आपत्ति जताते हुए फिल्मों के अध्ययन के लिए जल्द ही धार्मिक सेंसर बोर्ड के गठन की बात कही है.
कबीरधाम जिले के दो दिवसीय प्रवास पर पंडरिया पहुंचे शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मीडिया ने चर्चा की. इस दौरान ‘बेशर्म रंग’ गाने पर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि केवल भगवा की बात नहीं है, फिल्मों में ऐसी-ऐसी बात कही जा रही है, जो हम सनातन धर्मियों के हृदय को बहुत चोट पहुंचा रही है. इसलिए हमने विचार किया है, हमारी प्रक्रिया चल रही है. जल्द ही हम एक धार्मिक सेंसर बोर्ड का गठन करेंगे, जो फिल्मों में इस तरह के दृश्य का अध्ययन कर नोटिस देगी. और जरूरत पड़ी तो कानूनी कार्रवाई करेगी.
शंकराचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री गौ रक्षकों को गुंडा कहते हैं, और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री धार्मिक संस्था के कार्यकर्ता को गुंडा कहते हैं, तो दोनों ही गलत हैं. दोनों ही बराबर हैं न कोई कम न कोई ज्यादा.
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