सनातन धर्म में पान का पत्ता शुभ माना जाता है, इसलिए धार्मिक आयोजनों में इसका इस्तेमाल होता है. नवरात्रि के 9 दिनों में इस पत्तों का इस्तेमाल करना चमत्कारिक माना गया है. आरती के थाल में पान के पत्तों पर ही कपूर को जलाकर अग्नि प्रज्वलित की जाती है. घर के द्वार पर पान के पत्ते लगाए जाते हैं.

इससे घर में सराकात्मक ऊर्जा के प्रवाह होता है. ऐसे ही कई उपाए हैं जिसको करने से हर काम में लाभ मिलता है. जानिए इन उपायों के बारे में.

गृह कलेश से मिलेगी मुक्ति

यदि घर में नित झगड़े होते हैं, या तनाव बना रहता है नवरात्रि के दौरान पान के पत्ते पर केसर का लेप लगाएं. केसर को पान के पत्ते के ऊपर रखें. उसके बाद पूजा करते समय पत्ते सहित केसर को माता दुर्गा के चरणों में अर्पित करें. ऐसा करने से गृह क्लेश  दूर होते हैं. सकारात्मक माहौल बनता है.

व्यापार में मिलेगी सफलता

यदि आप किसी व्यापार से जुड़े हैं और आपका व्यापार में सफलता नहीं मिल रही तो नवरात्रि के 9 दिन पान के पत्ते के दोनों ओर सरसों तेल लगाकर माता दुर्गा के चरणों में चढ़ाएं. फिर उन पत्तों को तकिए के नीचे रखकर सोएं. ऐसा करने से व्यापार में सफलता मिलेगी.

सुख-समृद्धि की होगी प्राप्ति

मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए नौ दिन पूजा करते समय पान के पत्ते पर गुलाब पुष्प रखकर माता को अर्पित करें. फिर नवमी के बाद पत्तों को नदी के जल में प्रवाहित करें.इस उपाय से मां प्रसन्न होंगी. सुख समृद्धि बढ़ेगी.

पान के पत्तों में मंत्र लिखें, देवी मां को समर्पित करें, आर्थिक तंगी होगी दूर

आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं यो नवरात्रि के पहले पांच दिन पान के एक पत्ते पर चंदन से ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’ मंत्र को लिखकर माता रानी को समर्पित करें. यह माता का बीज मंत्र है. फिर नवमी के दिन इन पत्तों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें. ऐसा करने से तंगी हमेशा-हमेशा के लिए दूर हो जाएगी.