लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के विकासखंड बिजुआ के ग्राम पंचायत करसौर का मजरा नया पुरवा का अस्तित्व खत्म हो गया है. अब नया पुरवा गांव का इतिहास सिर्फ कागजों में रह गया है. शारदा नदी के कटान से नया पुरवा गांव में अब एक भी मकान नहीं बचे हैं. अधिकांश मकान शारदा नदी में समा गए तो कुछ ग्रामीणों ने अपना आशियाना खुद नष्ट कर पलायन कर गए. अब शारदा नदी करसौर गांव की तरफ बढ़ रही है. करसौर गांव से लगभग 200 मीटर की दूरी पर ही शारदा नदी बह रही है जो तेजी से गांव की तरफ कटान करते हुए बढ़ रही है. अब करसौर गांव के लोग भी शारदा नदी के कटान को देखते हुए दहशत में हैं.
शारदा नदी ने दो साल में ही नया पुरवा गांव का नामो-निशान निशान मिटा दिया. नया पुरवा गांव में 70 से अधिक घर हुआ करते थे, जिसमें से 32 घर पिछले साल शारदा नदी में समा गए थे बाकी जो घर बचे थे वो इस साल धीरे-धीरे करते हुए सभी घर नदी में समा गए. अब नया पुरवा गांव का नामो-निशान मिट गया है. गांव में एक भी मकान नहीं बचे हैं अब नया पुरवा गांव मात्र कागजों में ही सीमित कर रह गया. इससे पहले इसी पड़ोस के गांव चकपुरवा को शारदा नदी ने अपने आगोश में समा लिया. उससे पहले कोरियाना गांव को अपने में कटान कर समा लिया था. अब तीसरा गांव यह नया पुरवा भी उन्हीं गांव की तरह शारदा नदी में समा गया है. नया पुरवा गांव कटते ही करसौर गांव के लोग भी अपने को सुरक्षित नहीं समझ रहे हैं.
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सबसे बड़ी समस्या उन लोगों के सामने खड़ी हो रही है जो नया पुरवा गांव कटने के बाद करसौर में अपने दोस्तों के घर पर शरण लेकर रह रहे थे. अब करसौर गांव से भी 200 मीटर की दूरी पर ही नदी का आना करसौर गांव के लिए खतरा बढ़ गया है. अगर शारदा नदी करसौर गांव का भी कटान करती है तो इन लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या यह होगी कि अब वह कहां जाएंगे.
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