Share Market Analysis: शेयर बाजार में आज यानी 21 जनवरी को गिरावट रही. सेंसेक्स 1 हजार 235 अंकों की गिरावट के साथ 75 हजार 838 पर क्लोज हुआ. वहीं, निफ्टी में भी 320 अंकों की गिरावट रही. यह 23 हजार 024 पर क्लोज हुआ.
सेंसेक्स के 30 शेयर्स में से 28 में तेजी और 2 में गिरावट देखी गई. कमजोर तिमाही नतीजों के बाद जोमैटो के शेयर में 10.92 प्रतिशत की गिरावट आई. आज बैंकिंग, ऑटो और मेटल शेयर्स में सबसे ज्यादा गिरावट आई है. आज इनवेस्टर्स को करीब 5 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ.
ट्रंप ने ब्रिक्स देशों पर टैरिफ लगाने की धमकी दी (Share Market Analysis)
सोमवार को राष्ट्रपति पद संभालते ही ट्रंप ने साफ कर दिया कि वे उन देशों पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने का इरादा रखते हैं जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अमेरिकी डॉलर पर अपनी निर्भरता कम कर रहे हैं.
व्हाइट हाउस में बोलते हुए उन्होंने चेतावनी दी, “अगर कोई ब्रिक्स देश… डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने की कोशिश जारी रखने के बारे में सोचता है, तो उसे 100 फीसदी टैरिफ का सामना करना पड़ेगा.”
ब्रिक्स का प्रमुख सदस्य होने के नाते ऐसी स्थिति का भारत पर काफी असर पड़ सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति का यह आक्रामक रुख भारत के व्यापार समीकरणों को प्रभावित कर सकता है. इससे बाजार में काफी चिंता हो सकती है.
कमजोर तिमाही नतीजे
दिसंबर तिमाही में कंपनियों के मिले-जुले तिमाही नतीजों ने बाजार में चिंता और बढ़ा दी है. डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयरों में आज 14 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई. दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी के समेकित शुद्ध लाभ और राजस्व दोनों में तिमाही आधार पर गिरावट आई.
जापान में ब्याज दरें बढ़ने की उम्मीद (Share Market Analysis)
बैंक ऑफ जापान (BOJ) द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना ने भी आज वैश्विक बाजारों में बेचैनी पैदा कर दी. अगर यह बढ़ोतरी होती है, तो यह पिछले साल जुलाई के बाद पहली बढ़ोतरी होगी.
इस बढ़ोतरी को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिसका असर वैश्विक स्तर पर उधार लेने की लागत पर पड़ सकता है. इससे लिक्विडिटी की कमी और भारत जैसे उभरते बाजारों पर इसके संभावित असर को लेकर चिंताएं और बढ़ गई हैं.
विदेशी निवेशकों द्वारा लगातार बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारतीय बाजार से पैसे निकालना जारी रखा है. सोमवार, 20 जनवरी को उन्होंने करीब 4,336.54 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. जनवरी महीने में अब तक विदेशी निवेशकों ने करीब 50,912.60 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं, जिससे बाजार पर दबाव है.
आगामी बजट को लेकर अनिश्चितता (Share Market Analysis)
इसके अलावा आगामी बजट 2025 को लेकर भी अनिश्चितता का माहौल देखा जा रहा है और निवेशक बजट घोषणाओं से पहले ‘वेट एंड वॉच’ मूड में नजर आ रहे हैं.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के उपाध्यक्ष चित जैन ने कहा, ‘आज इंडिया वीआईएक्स इंडेक्स में 5 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया, जो आम बजट से पहले बाजार में बढ़ती अनिश्चितता को दर्शाता है. एफआईआई भी भारतीय बाजार में बिकवाल बने हुए हैं और इस महीने 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेच चुके हैं. बाजार में दिख रही गिरावट की मुख्य वजह यही है.’
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