Share Market Investment: शेयर बाजार में पिछले सप्ताह भारी गिरावट देखने को मिली. बुधवार को अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व का फैसला आने के बाद वैश्विक बाजार समेत निफ्टी और सेंसेक्स में भारी गिरावट देखने को मिली है.
दरअसल, फेड ने अपने बयान में कहा कि अगले साल यानी वर्ष 2025 में ब्याज दरों में सिर्फ दो बार कटौती की संभावना है. इस खबर ने निवेशकों की टेंशन बढ़ा दी और इसके बाद भारी बिकवाली देखने को मिली. वहीं, अगले सप्ताह बाजार पर कई अहम कारकों का गहरा असर देखने को मिल सकता है.
जीएसटी काउंसिल का फैसला
बीमा कंपनियों के शेयर्स में सोमवार को हलचल देखने को मिल सकती है, क्योंकि जीएसटी काउंसिल ने शनिवार को जीवन और स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर टैक्स घटाने के फैसले को टाल दिया है. उद्योग जगत का कहना है कि स्वास्थ्य बीमा कवर पर 18 फीसदी जीएसटी को घटाकर 5 लाख रुपए और उससे अधिक के कवर पर कर देना चाहिए.
अमेरिकी बाजार का रुख
वहीं, अमेरिकी शेयर बाजार में भी सुधार देखने को मिला, जिससे इस सप्ताह के सबसे खराब प्रदर्शन से थोड़ी राहत मिली. एक रिपोर्ट के अनुसार, फेडरल रिजर्व द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मुद्रास्फीति संकेतक में अपेक्षाकृत कमी आई है, जिससे बाजार में सुधार हुआ है.
तकनीकी नजरिया
तकनीकी नजरिए की बात करें तो एंजेल वन के वरिष्ठ विश्लेषक ओशो कृष्णन ने कहा कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बेंचमार्क निफ्टी ने महत्वपूर्ण सपोर्ट स्तरों को तोड़कर बड़ी गिरावट देखी है. यह ‘अथाह गड्ढे’ जैसा महसूस हो रहा था. यह एक कमजोर संकेत है.
आईपीओ (Share Market Investment)
इस सप्ताह आईपीओ बाजार में कम गतिविधियां देखने को मिलेंगी. हालांकि, यूनिमैक एयरोस्पेस का मुख्य आईपीओ खुलेगा और एसएमई सेक्टर के दो आईपीओ भी लॉन्च होंगे. इसके अलावा आठ कंपनियों को भी लिस्ट किया जाना है, जिनके पब्लिक ऑफर पिछले हफ्ते खुले थे.
Rupee और Dollar के बीच प्रतिस्पर्धा
इसके अलावा शुक्रवार को रुपया 85.04 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो 9 पैसे का सुधार था. अमेरिकी डॉलर इंडेक्स (US Dollar Index) में नरमी और भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के हस्तक्षेप की उम्मीद के चलते रुपया मजबूत हुआ है. हालांकि, डॉलर की मांग के चलते आने वाले समय में रुपया कमजोर हो सकता है.
कॉरपोरेट एक्शन पर नजर (Share Market Investment)
अगले हफ्ते खनन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वेदांता लिमिटेड और सरकारी स्वामित्व वाली रक्षा क्षेत्र की कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स जैसी कंपनियों के शेयरों पर निवेशकों का फोकस रहेगा. दरअसल, अगले हफ्ते इन कंपनियों के कॉरपोरेट एक्शन की रिकॉर्ड तिथियां पड़ रही हैं, जिनमें लाभांश, बोनस शेयर और स्टॉक स्प्लिट शामिल हैं.
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