Share Market Live: अगस्त का पहला कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहा. शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स −296.72 अंक यानी 0.37% की गिरावट के साथ 80,888.86 के स्तर पर कारोबार करता दिखा. वहीं, एनएसई निफ्टी −110.20 अंक (0.44%) गिरकर 24,658.15 पर आ गया.

सेंसेक्स के 30 में से 25 स्टॉक्स लाल निशान में रहे, जबकि सिर्फ 5 शेयर ही हरे निशान में टिक पाए. सबसे ज्यादा दबाव फार्मा, मेटल और ऑटो शेयरों में दिखा.

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फार्मा और मेटल शेयरों पर सबसे ज्यादा मार (Share Market Live)

सन फार्मा का शेयर 5.5% टूट गया, जो फार्मा सेक्टर की कमजोरी को साफ दर्शाता है. इसके अलावा महिंद्रा, टाटा स्टील और टाटा मोटर्स के शेयर भी करीब 2% तक गिरे.

हालांकि गिरावट के बीच HUL ने राहत दी, जिसका स्टॉक 3.85% की बढ़त के साथ मजबूती से ट्रेंड करता रहा.

Nifty के 50 में से 37 स्टॉक्स गिरावट में रहे, सिर्फ 13 ही बढ़त में बंद हुए. फार्मा इंडेक्स 2.75%, हेल्थकेयर 2.33% और मेटल 1% टूटे. IT और ऑटो सेक्टर भी दबाव में रहे, जबकि FMCG में 1.39% की मजबूती देखी गई.

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ग्लोबल बाजार भी रहे निगेटिव मोड में (Share Market Live)

एशियाई बाजारों में भी कमजोरी रही. जापान का निक्केई 0.38% गिरकर 40,914.66 पर, कोरिया का कोस्पी 2.94% टूटकर 3,150 पर आ गया.

हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग 0.21% गिरा और शंघाई कंपोजिट 0.19% नीचे 3,566 पर कारोबार कर रहे थे.

अमेरिकी बाजार भी इस गिरावट से अछूते नहीं रहे.

  • डाउ जोन्स 0.74% गिरकर 44,131 पर
  • नैस्डेक 0.034% फिसलकर 21,122 पर
  • S&P 500 0.37% की गिरावट के साथ 6,339 पर बंद हुआ.

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विदेशी निवेशकों ने जुलाई में की भारी बिकवाली (Share Market Live)

विदेशी निवेशकों (FIIs) का रुख अब तक का सबसे आक्रामक रहा. केवल 31 जुलाई को FIIs ने ₹5,588.91 करोड़ के शेयर्स बेचे, जबकि घरेलू निवेशकों (DIIs) ने ₹6,372.71 करोड़ की खरीदारी की.

पूरे जुलाई महीने में FIIs ने ₹47,666.68 करोड़ की बिकवाली की है. इसके उलट, DIIs ने इसी अवधि में ₹60,939.16 करोड़ की नेट खरीदारी की.

तुलना करें तो जून में FIIs की खरीदारी सिर्फ ₹7,488.98 करोड़ रही, जबकि DIIs की खरीदारी ₹72,673.91 करोड़ तक पहुंच गई थी.

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टैरिफ के ऐलान का नहीं दिखा असर, लेकिन चिंता बरकरार (Share Market Live)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 25% टैरिफ के ऐलान का फिलहाल सीधे तौर पर बाजार पर कोई बड़ा असर देखने को नहीं मिला. लेकिन निवेशक इसे लेकर सतर्क हैं.

गुरुवार (31 जुलाई) को बाजार करीब 296 अंक गिरकर 81,186 पर बंद हुआ था, वहीं निफ्टी 87 अंक टूटकर 24,768 पर आ गया था.

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आज के कारोबार में दिखा हाई वोलैटिलिटी

शुक्रवार को ट्रेडिंग की शुरुआत में बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली—सेंसेक्स करीब 700 अंक तक गिरा, लेकिन इसके बाद 1000 अंकों की जबरदस्त रिकवरी भी देखी गई.

फिर भी अंततः सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में बंद हुए.

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 गिरावट में रहे और केवल 7 ही बढ़त बना पाए. मेटल, फार्मा और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में कमजोरी रही, जबकि FMCG 1.44% की मजबूती के साथ बंद हुआ.

गिरावट के पीछे छिपे कई संकेत (Share Market Live)

बाजार में आज की गिरावट केवल आंकड़ों की कहानी नहीं है—यह उस सामूहिक चिंता का संकेत है जो वैश्विक बाजारों की कमजोरी, टैरिफ की आशंका और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से उपजी है. ऐसे में आने वाले दिनों में निवेशकों को सावधानी और रणनीति दोनों अपनानी होंगी.

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