Share Market News: हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद गौतम अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में 80 फ़ीसदी से अधिक की कमजोरी आ गई है. अगर बात पिछले 1 महीने में कई सरकारी बैंकों की करें तो उनके शेयरों में भी बड़ी गिरावट आई है.

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद कई सरकारी बैंकों के शेयर में भारी बिकवाली देखी गई है. बैंक ऑफ़ इंडिया का शेयर 18 फ़ीसदी टूट गया है जबकि इंडियन ओवरसीज बैंक का शेयर 17 फ़ीसदी गिरा है. पिछले 1 महीने में बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयरों में भी काफी कमजोरी आई है.

24 जनवरी को गौतम अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट जारी होने के बाद से भारत के शेयर बाजार में बवाल मचा हुआ है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों को ओवरवैल्यूड बताया था. इसके साथ ही Adani Group के शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव करने के लिए हेराफेरी का आरोप लगाया था.

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद गौतम अडानी ग्रुप की दस लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू $146 अरब से अधिक गिर गई है. Gautam Adani ग्रुप की कुछ कंपनियों में लगातार लोअर सर्किट लग रहा है.

Hindenburg की रिपोर्ट से सिर्फ अडानी ग्रुप ही नहीं एलआईसी और कई सरकारी बैंक के शेयरों में भी भारी गिरावट आई है. बैंक ऑफ़ इंडिया का शेयर पिछले 1 महीने में 18 फ़ीसदी से अधिक गिरा है. शुक्रवार को बैंक ऑफ़ इंडिया का शेयर ₹70 पर आ गया था.

Hindenburg रिपोर्ट की वजह से इंडियन ओवरसीज बैंक के शेयर में 1 महीने में कमी आई है और यह शुक्रवार को ₹24 के भाव पर आ गया है. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शेयर में 16 से अधिक की कमजोरी आई है और यह पिछले शुक्रवार को 67 रुपए पर बंद हुआ है.

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों में 1 महीने में 16.47% की कमी आई है और यह ₹25 के लेवल पर आ चुका है. पंजाब एंड सिंध बैंक का शेयर 1 महीने में 15.6% टूटा है और यह ₹25 के लेवल पर आ चुका है.

सरकारी क्षेत्र की एक और बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा था कि वह गौतम अडानी ग्रुप की कंपनियों को लोन देने के लिए भी तैयार है. अगर वह लोन देने के लिए जरूरी मापदंडों को पूरा करते हैं. बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयरों में पिछले 1 महीने में 2% से अधिक की कमजोरी आई है और यह ₹157 के लेवल से ₹154 के लेवल पर आ चुके हैं.

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