जहानाबाद। बिहार की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जहानाबाद जिला के पूर्व अध्यक्ष शशि रंजन ने पार्टी के सभी पदों और सक्रिय सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस फैसले को पार्टी के लिए एक गंभीर झटका माना जा रहा है खासकर आगामी चुनावों को देखते हुए।

28 वर्षों की सक्रिय राजनीति का अंत

शशि रंजन ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा मैं भारतीय जनता पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। साथ ही प्रदेश कार्यकारिणी और सक्रिय सदस्यता से भी त्यागपत्र दे रहा हूं। उन्होंने बताया कि उन्होंने पिछले 28 वर्षों से पार्टी के लिए निष्ठा और समर्पण के साथ काम किया है।

संगठन के प्रति जताया आभार

अपने बयान में शशि रंजन ने भाजपा संगठन के प्रति आभार जताते हुए कहा मैं संगठन का आभारी हूं जिसने मुझे इतने वर्षों तक सेवा का अवसर और सम्मान दिया। शशि रंजन भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष महाराजगंज लोकसभा प्रभारी और प्रदेश कार्य समिति सदस्य जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।

इस्तीफे के कारणों पर फिलहाल चुप्पी

शशि रंजन ने अपने इस्तीफे के पीछे के कारणों को स्पष्ट रूप से नहीं बताया है लेकिन सियासी गलियारों में इस फैसले के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि संगठन के अंदरूनी मतभेद और स्थानीय नेतृत्व से असंतोष इसकी बड़ी वजह हो सकती है।

चुनावी माहौल में इस्तीफा अहम

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच शशि रंजन जैसे वरिष्ठ नेता का पार्टी छोड़ना भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। जहानाबाद जैसे महत्वपूर्ण जिले में पार्टी की पकड़ कमजोर हो सकती है खासकर जब शशि रंजन जैसे नेता की मजबूत जन पकड़ रही हो।

आगे की भूमिका पर सस्पेंस

शशि रंजन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह भविष्य में किसी अन्य राजनीतिक दल से जुड़ेंगे या राजनीति से संन्यास लेंगे। फिलहाल उनकी अगली रणनीति पर सबकी नजरें टिकी हैं।