चमोली. चार दिवसीय राजकीय शौर्य महोत्सव का आगाज गढ़वाल राइफल के बैंड की धुनों और भव्य कलशयात्रा के साथ प्रथम विश्व युद्ध के नायक विक्टोरिया क्रॉस विजेता दरवान सिंह नेगी की स्मृति में उनके पैतृक गांव कफारतीर-खैतोलीखाल में हुआ. गांव में गांव में दरवान सिंह नेगी की मूर्ति लगी जिसका अनावरण थराली विधायक भूपालराम टम्टा ने किया.

मौके पर ममंद कफारतीर ने पितृदेव भजन से और हाईस्कूल सैंज-खैतोली की छात्राओं ने स्वागत गान से अतिथियों का अभिनंदन किया. शौर्य महोत्सव के पहले दिन महिला मंगल दलों व सांस्कृतिक दलों के कार्यक्रमों की धूम रही. शौर्य महोत्सव में मुख्यमंत्री के सिलक्यारा टनल हादसे के कारण न पहुंच पाने से लोग मायूस दिखे.

मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के बतौर थराली विधायक भूपालराम टम्टा ने शौर्य महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि वीर शिरोमणि वीसी दरवानसिंह नेगी ने प्रथम विश्व युद्ध में अपनी वीरता और अदम्य साहस का परिचय देते हुए जर्मन सेना को मौर्चे से पीछे धकेल दिया था. उनकी वीरता और प्रराक्रम को देखते हुए 5 दिसंबर1914 को उन्हें युद्ध के मैदान में ही ब्रिटिश सरकार ने ब्रिटेन के सर्वोच्च सैनिक सम्मान विक्टोरिया क्रास से नवाजा था.

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उन्होंने कहा कि उनकी शौर्य गाथा हमारी आने वाली पीढियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी. इस अवसर पर शौर्य महोत्सव के संरक्षक भुवन नौटियाल, कर्नल डीएस बर्तवाल, शौर्य महोत्सव के मेलाधिकारी एसडीएम रवींद्र जुवांठा, तहसीलदार प्रदीप नेगी, वीसी दरवानसिंह नेगी वार मेमोरियल फाउंडेशन के अध्यक्ष लखपतसिंह नेगी, सचिव गंभीर नेगी समेत बडी संख्या में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.