राजधानी दिल्ली इन दिनों गंभीर वायु प्रदूषण की चपेट में है। जहरीली हवा सिर्फ स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि जीवनशैली और करियर के फैसलों को भी प्रभावित कर रही है। इसी बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर प्रदूषण को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। अक्षत श्रीवास्तव नाम के एक यूजर ने दावा किया है कि उनकी पत्नी, जिसने UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया 8वीं रैंक हासिल की थी और वर्तमान में ग्रुप-A सेवा में अधिकारी हैं, उन्होंने दिल्ली के बदतर प्रदूषण स्तर के कारण अपनी नौकरी छोड़ने का निर्णय लिया है।
प्रदूषण और बच्चे की वजह से छोड़ी नौकरी
अक्षत श्रीवास्तव ने एक्स पर लिखा, “मेरी पत्नी भारतीय आर्थिक सेवा (Indian Economic Service) में ग्रुप-A अधिकारी है। उसने यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया 8वीं रैंक हासिल की थी। अपने करियर के अधिकांश समय वह दिल्ली में ही रही है। लेकिन मौजूदा प्रदूषण की खराब स्थिति और हमारे छोटे बच्चे की सेहत को ध्यान में रखते हुए, उसने अपनी नौकरी छोड़ने का निर्णय लिया है।”क्या हमें इसके लिए पछतावा है?
अक्षत ने आगे सवाल करते हुए लिखा, “क्या यह फैसला मुश्किल था? हाँ। (ग्रुप-A की सरकारी नौकरी कौन छोड़ता है?) क्या हमें इसका पछतावा है? बिल्कुल नहीं।” इसके बाद सरकारों पर निशाना साधते हुए उन्होंने लिखा, “कोई भी सरकार वास्तव में परवाह नहीं करती। लोग ब्रेनवॉश कर दिए गए हैं। अपनी सेहत और अपने परिवार को बचाने की ज़िम्मेदारी अब सिर्फ आपकी है।”
अगर आप अपनी हेल्थ बचाना चाहते हैं, तो…
अक्षत ने आगे लिखा, “किसी के लिए यह फैसला यूपीएससी की सरकारी नौकरी छोड़ने जैसा हो सकता है, किसी के लिए प्राइवेट नौकरी छोड़ना, और किसी के लिए अपना बिज़नेस। मुद्दा यह है कि यदि आप अपनी और अपने परिवार की सेहत बचाना चाहते हैं, तो आपको कठिन कदम उठाने पड़ सकते हैं।” उन्होंने कहा कि राजनीतिक बहसें चलती रहेंगी, “लेकिन अंत में, स्वास्थ्य को बचाना हर व्यक्ति की व्यक्तिगत जिम्मेदारी है। राजनीतिक तर्क-वितर्क से जीवन नहीं बचता।”
इससे पहले पूर्व IAS ने पलूशन पर साधा था निशाना
इससे पहले पूर्व आईएएस अधिकारी एल. वी. नीलेश ने भी दिल्ली के प्रदूषण को लेकर बहस तेज कर दी थी। उन्होंने अमेरिका में अपने वर्तमान निवास स्थान और दिल्ली की हवा की गुणवत्ता की तुलना करते हुए एक्स पर लिखा था कि यदि वे भारत से बाहर न गए होते, तो उन्हें “नॉर्थ ब्लॉक सचिवालय के नाम से जानी जाने वाली प्रदूषित और दूषित वायु में रहने और साँस लेने के लिए मजबूर होना पड़ता।”
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर उन्होंने दिल्ली और अमेरिका में हवा की गुणवत्ता के अंतर को साफ तौर पर दिखाते हुए दो तस्वीरें साझा कीं। पहली तस्वीर में दिल्ली का धुंध और स्मॉग से ढका आसमान था, जबकि दूसरी तस्वीर में वे अमेरिका के माउंट रेनियर नेशनल पार्क के बिल्कुल साफ और नीले आसमान के बीच दिखाई दे रहे थे। इन तस्वीरों पर लोगों की प्रतिक्रियाएँ दो धड़ों में बंटी नज़र आईं। कुछ यूजरों ने उनकी बात का समर्थन करते हुए कहा कि दिल्ली का प्रदूषण वास्तव में जीवन-शैली और स्वास्थ्य के लिए खतरा बन चुका है, वहीं कई यूजरों ने इसे “भारत की छवि खराब करने वाला बयान” और “अतिशयोक्ति” बताते हुए विरोध जताया।
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