शेयर बाजार में बुधवार, 8 अक्टूबर का दिन निवेशकों के लिए खुशी की खबर लेकर आया. बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनी शील बायोटेक लिमिटेड ने लिस्टिंग के साथ ही धमाका कर दिया. कंपनी के शेयर 91 रुपये प्रति शेयर के भाव पर NSE Emerge प्लेटफॉर्म पर लिस्ट हुए, जो इसके इश्यू प्राइस 63 रुपये की तुलना में लगभग 44.44% का शानदार प्रीमियम है. यानी जिन्होंने इस IPO में निवेश किया था, उन्हें पहले ही दिन तगड़ा मुनाफा हो गया.

यह लिस्टिंग न केवल निवेशकों की उम्मीदों से ऊपर रही, बल्कि ग्रे मार्केट में दिख रहे प्रीमियम को भी पीछे छोड़ गई. लिस्टिंग से पहले कंपनी के शेयर अनलिस्टेड मार्केट में करीब 25% ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) पर ट्रेड हो रहे थे. लेकिन जैसे ही NSE पर ट्रेडिंग शुरू हुई, आंकड़े खुद कहानी कहने लगे.

IPO डिटेल: सिर्फ ₹63 में शुरू हुआ ‘ग्रोथ का सफर’

शील बायोटेक का यह IPO पूरी तरह से फ्रेश इश्यू था, जिसके ज़रिए कंपनी ने करीब ₹34 करोड़ जुटाए. कंपनी ने अपने शेयरों के लिए ₹59 से ₹63 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया था. निवेशक 2,000 शेयरों के लॉट में बोली लगा सकते थे. यानी ऊपरी प्राइस बैंड पर एक लॉट खरीदने के लिए करीब ₹1.26 लाख का निवेश जरूरी था.

कम दाम में मजबूत फंडामेंटल और ग्रोथ की संभावना देखकर निवेशकों ने इस इश्यू पर दिल खोलकर भरोसा जताया.

IPO सब्सक्रिप्शन में लगी लंबी कतार — 15 गुना मांग

शील बायोटेक का IPO जब 30 सितंबर से 3 अक्टूबर तक खुला, तो बाजार में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. आंकड़ों के मुताबिक, यह इश्यू कुल 15 गुना सब्सक्राइब हुआ.

QIB (Qualified Institutional Buyers) ने अपने हिस्से को करीब 20 गुना बुक किया.
NII (Non-Institutional Investors) का सब्सक्रिप्शन 19.5 गुना रहा.
वहीं रिटेल निवेशकों ने भी कंपनी पर भरोसा जताते हुए अपने हिस्से को लगभग 10 गुना भर दिया.

स्पष्ट है कि निवेशकों के बीच कंपनी की साख और भविष्य की संभावनाओं को लेकर गहरी उम्मीदें हैं.

कंपनी का प्रोफाइल: खेती और टेक्नोलॉजी का संगम

शील बायोटेक केवल एक कंपनी नहीं, बल्कि बायोटेक्नोलॉजी और कृषि नवाचार के क्षेत्र में एक मजबूत नाम है. कंपनी फ्लोरिकल्चर, ग्रीनहाउस, ऑर्गेनिक एडॉप्शन एंड सर्टिफिकेशन और टर्नकी प्रोजेक्ट्स से जुड़ी सेवाएं प्रदान करती है.

यह किसानों, कृषि संस्थानों और रिसर्च ऑर्गनाइजेशनों को आधुनिक तकनीक, पौध उत्पादन, जैविक खेती और ग्रीनहाउस प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग देती है. कंपनी की विशेषज्ञता इसे भारत के तेजी से बढ़ते एग्री-टेक सेक्टर में एक अहम खिलाड़ी बनाती है.

निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है यह लिस्टिंग?

विशेषज्ञों का मानना है कि शील बायोटेक की मजबूत लिस्टिंग कंपनी की फंडामेंटल स्ट्रेंथ और निवेशकों के भरोसे का संकेत है.
जिन निवेशकों ने इस IPO में एंट्री ली थी, उन्हें पहले ही दिन लगभग 44% का रिटर्न मिला है — जो आज के मार्केट में किसी बोनस से कम नहीं.

साथ ही, यह सफलता उन निवेशकों के लिए भी संकेत है जो भविष्य में स्मॉलकैप और बायोटेक सेक्टर के IPO में निवेश पर विचार कर रहे हैं.

शील बायोटेक बना मार्केट का नया ‘ग्रोथ सिंबल’

8 अक्टूबर की लिस्टिंग सिर्फ एक शेयर की नहीं, बल्कि एक ग्रोथ स्टोरी की शुरुआत है. ₹63 के दाम पर खरीदा गया शेयर जब ₹91 तक पहुंचा, तो यह सिर्फ निवेशकों की नहीं, बल्कि भारतीय बायोटेक सेक्टर की क्षमता का भी संकेत बना.

अगर यह रफ्तार कायम रही, तो शील बायोटेक आने वाले दिनों में उन कंपनियों में शामिल हो सकती है, जो IPO से लेकर लांग-टर्म इन्वेस्टमेंट तक — हर फ्रेम में ‘प्रॉफिट’ का नया पैमाना तय करती हैं.