श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में लगातार बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। प्रशासन की ओर से बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाई जा रही है। हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। वहीं बुधवार को कलेक्टर साहब ने जनप्रतिनिधियों के साथ जेसीबी में सवार होकर डूब क्षेत्रों के भ्रमण पर निकले। उन्होंने जेसीबी में बैठकर जलभराव इलाकों का निरीक्षण किया।

श्योपुर जिले में भी बाढ़ जैसे हालत है। बुधवार को बडौदा नगर में अस्पताल से लेकर सड़कों और घरों में पानी भर गया। विजयपुर बस स्टैंड और उसके आसपास की दुकानों में जलभराव हो गया। श्योपुर बारां और सवाईमाधोपुर के रास्तों पर आवागमन बंद हो गया। शीप नदी उफान पर होने के चलते मानपुर गांव में भी बाढ़ जैसे हालात बने। यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पानी भर गया। जिससे 12 मरीज अस्पताल में फंस गए। हालांकि एसडीआरएफ टीम ने सभी का रेस्क्यू कर लिया।

ये भी पढ़ें: MP में भारी बारिश का कहर! भोपाल में जलभराव, राजगढ़ में इमारत ढही, श्योपुर में अस्पताल में भरा पानी, रायसेन में 200 से ज्यादा मजदूर फंसे, गुना में जनजीवन ठप, कई गांवों का संपर्क टूटा

जायजा लेने पहुंचे कलेक्टर

इसके बाद कलेक्टर अर्पित वर्मा कई इलाकों में हालात देखने पहुंचे। कलेक्टर ने जेसीबी में बैठकर बडौदा के मुख्य मार्ग समेत बस स्टैंड क्षेत्र और अस्पताल का निरीक्षण किया। हॉस्पिटल में उन्होंने मौजूद स्टाफ से चर्चा की और प्रसव के लिए आई महिला के परिजनों से बातचीत कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने लोगों से नदी नालों के आसपास नहीं जाने की अपील की है। साथ ही अफवाह पर ध्यान न देने की बात कही है।

ये भी पढ़ें: भारी बारिश को लेकर CM डॉ. मोहन की बैठक: हेलीकॉप्टर से प्रभावितों को एयरलिफ्ट कराएगी सरकार, – कलेक्टर, एसपी और होमगार्ड कमांडेंट से बचाव कार्यों का लिया अपडेट

अधिकारियों को दिए ये निर्देश

कलेक्टर अर्पित वर्मा ने एमपीआरडीसी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बडौदा नगर में पुलिस थाना, भट्टा महाराज और बीएसएनएल टावर के पास के नालों पर हाईराईज पुल बनाने के प्रस्ताव भेजे जायें, जिससे आपात स्थिति में जल की निकासी त्वरित रूप से हो सकें। उन्होंने होमगार्ड कमाडेंट को निर्देश दिये कि एसडीआरएफ की एक टीम को 24 घंटे बडौदा में ही कैम्प करने के लिए रखा जायें और जरूरत पड़ने पर लोगों को रेस्क्यू कर राहत शिविर में पहुंचाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने तहसीलदार को निर्देशित किया कि राहत शिविर में आने वाले लोगों के लिए भोजन, पानी सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। फिलहाल जिले में बाढ़ की स्थिति कंट्रोल में है, पानी का लेवल धीरे धीरे कम हो रहा है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H