रायपुर. शिक्षाकर्मियों ने हड़ताल खत्म दी. यकायतक ये हड़ताल खत्म हुई समझ नहीं आया कि आखिर क्या वजह थी. लेकिन लल्लूराम डॉट कॉम आपको पूरी इनसाइड स्टोरी बताने जा रहा है.

हड़ताल वापसी की कई वजहें थीं. लेकिन इसकी सबसे बड़ी वजह वे महिलाएं रहीं, जिन्हें सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. रायपुर मे करीब 25 उन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया जो आंदोलन को लीड कर रही थीं. इनके परिजन जेल पहुंचकर महिलाओं की रिहाई का इंतज़ार करने लगे.

जिन महिलाओं के सहारे शिक्षाकर्मी अपने आंदोलन की रणनीतियों को अंजाम दे रहे थे. उन महिलाओं को पकड़कर पुलिस ने काफी दबाव बना लिया था. इसके अलावा दूसरी दिक्कत ये थी कि कांग्रेस बंद का आयोजन कर रही थी अगर बंद सफल रहता तो सरकार के लिए बेदह खऱाब संदेश जाता. लिहाज़ा सरकार के लिए ज़रुरी था कि आंदोलन मंगलवार को ना हो सके. इसीलिए सोमवार को ही विकास उपाध्याय, ऐजाज ढेबर जैसे नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था.

शिक्षाकर्मियों पर कार्रवाईयों ने भी सरकार को तोड़ दिया. जगह-जगह बर्खास्तगी की ख़बर आंदोलन को कमज़ोर बना रही थी.

जानकारी के मुताबिक दोपहर जेल में बंद केदार जैन और वीरेंद्र दुबे ने दूसरे संगठन के अध्यक्षों को बातचीत के लिए बुलाया. उन्होंने संदेश भेजा कि भूमिगत नेताओ के साथ चर्चा करनी ज़रुरी है. इन सभी ने प्रशासन के सामने ये बात रखी और प्रशासन ने बातचीत के लिए व्यवस्था कराई.

इसके बाद देर रात भूमिगत नेता जेल पहुंचे जहां पहले से ही कलेक्टर और एसपी थे. इन सबने ये तय किया कि आंदोलन को अब वापिस ले लेना चाहिए. वरना ये राजनीतिक रुप ले लेगा. और ऐसे में सरकार का रवैया और सख्त हो जाएगा. जो शिक्षाकर्मियों के हितों के विपरीत होगा. बर्खास्तगी की कार्रवाई ने भी शिक्षाकर्मियों का मनोबल तोड़ दिया. लेकिन बातचीत में पेंच कार्रवाई को लेकर था. जब प्रशासन ने आश्वासन दे दिया कि सारी कार्रवाईयां वापिस ले ली जाएंगी तो फि शिक्षाकर्मियों ने आंदोलन वापिस लेने का मन बना लिया.

इसके बाद शिक्षाकर्मियों ने प्रशासन को तीन बिंदुओं पर आधारित एक लेटर लिखकर दिया जिसमें कहा गया कि वे बिना शर्त आंदोलन वापिस ले रहे हैं. मुख्यमंत्री से अपेक्षा करते हैं कि उनकी मांगों को पूरा करेगी. और जो कार्रवाईयां हुई हैं उसे वापस ले लिया जाए. 

हालांकि ये अनुत्तरित है कि शिक्षाकर्मियों के लिए प्रशासन इतना सॉफ्ट कैसे हो गया. इसमे एक चर्चा ये है कि शिक्षाकर्मियों पर दबाव डालकर गिरफतार किया गया था. महिला पहले से जेल में थे. कांग्रेस के नेता भी गिरफ्तार हुए. इसलिए उनके हौसले टूट गए.

जेल पहुंचे रात देर रात एसपी और कलेक्टर

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