रायपुर। प्रदेश में शिक्षाकर्मियों का संविलियन के लिए रविवार को संविलियन से वंचित शिक्षाकर्मियों ने मंत्री उमेश पटेल से उनके गृह निवास क्षेत्र नंदेली में मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. मंत्री पटेल ने शिक्षाकर्मियों की बात को गंभीरता से सुना और उन्हें उनके वादे को पूरा करने का भरोसा भी दिलाया.

संविलियन अधिकार मंच के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे द्वारा तय की गई रणनीति के आधार पर रविवार को शिक्षाकर्मियों ने संविलियन की मांग बाबत मंत्री उमेश पटेल को ज्ञापन सौंपा. शिक्षाकर्मियों ने बताया कि कि पिछली सरकार ने जो 8 वर्ष का बंधन लागू किया है, उसे आपकी पार्टी ने सत्ता में आने पर खत्म करने का हमसे वादा किया था, जो पूरा नहीं हुआ है और इसके चलते पंचायत विभाग के हम शिक्षाकर्मियों की दुर्दशा हो रही है.

शिक्षाकर्मियों ने बताया कि हमें न तो समय पर वेतन मिलता है, न ही 3 साल से महंगाई भत्ता मिला है. यहां तक कि प्रदेश में सभी कर्मचारियों को स्थानांतरण का लाभ दिया गया, लेकिन प्रदेश के शिक्षाकर्मियों को इस से भी वंचित कर दिया गया. इसके अतिरिक्त शिशु पालन अवकाश जैसे बुनियादी आदेशों में भी हमें हमेशा अलग कर दिया जाता है, जबकि हम भी पूरी ईमानदारी से शिक्षा विभाग को अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन पंचायत विभाग के कर्मचारी होने के नाते हम से भेदभाव होता है.

शिक्षाकर्मियों की बात को सुनने के बाद मंत्री ने कहा कि आपकी समस्याएं सरकार के संज्ञान में है, और सोशल मीडिया के अभियान के जरिए भी आपकी समस्याएं हम तक पहुंच चुकी है. हमने जो आपसे वादा किया है वह हमें याद है और हम उसे जरूर पूरा करेंगे. आपको भी थोड़ा सा धैर्य बनाकर रखना होगा और हम पर विश्वास रखना होगा आपको निराशा नही मिलेगी भरोसा रखिये.

मंत्री उमेश पटेल को ज्ञापन सौपने वालों में जिला संयोजक संजय सिंह राठौर, हेमंत कुमार गबेल, अनूप सिंह, प्रकाश स्वर्णकार, राजकिशोर सिदार, सत्येंद्र सिंह राठौर, रितेश पटेल, गजेंद्र कुमार जोल्हे, रामदुलार ध्रुव, कविता पटेल, रंजीता पटेल, कल्पना पटेल, अंकिता स्वर्णकार शामिल थे.