शिरोमणि अकाली दल से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार अकाली दल को झटका देते हुए ज़िला अमृतसर के शहरी और देहाती प्रधानों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

यूथ अकाली दल के ज़िला अमृतसर के शहरी प्रधान गुरप्रताप सिंह टिक्का तथा देहाती प्रधान गुरशरण सिंह छीना ने आज एक साथ अकाली दल के प्रधान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।

साथ ही उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाए कि अकाली दल में भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे पहले भी कई नेता पार्टी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा चुके हैं।


बता दें कि उक्त दोनों नेता अकाली दल के साथ काफी लंबे समय से जुड़े हुए थे। उक्त पार्टी नेताओं ने आरोप लगाए कि उन्हें पार्टी द्वारा टिकटों के वितरण के दौरान हर बार नज़रअंदाज़ किया जाता रहा है। अब दोनों पार्टी नेताओं की यही नाराज़गी आज इस्तीफे के रूप में सामने आई है।

गुरप्रताप सिंह टिक्का स्व. प्रकाश सिंह बादल के काफी करीबी थे। उधर आगामी वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर इस बार भाजपा पंजाब में अकेले ही अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अकाली दल के सिख चेहरे जिसकी भजापा को आवश्यकता है, वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

साथ ही ये बात भी सामने आई है कि अकाली दल द्वारा टिक्का एवं छीना के हलकों में अन्य बाहरी चेहरों को टिकटें दी जाती रही हैं और इन्हें नज़रअंदाज़ किया जाता रहा है। ये बात भी उक्त दोनों नेताओं के पार्टी से इस्तीफा देने की एक वजह बताई जा रही है। वहीं माझा क्षेत्र में बिक्रम सिंह मजीठिया की टीम पर भी इन दोनों पार्टी नेताओं के इस्तीफे से गहरा असर पड़ सकता है और पार्टी को भी इसका खामियाज़ा भुगतना पड़ सकता है क्योंकि दोनों ही नेता पार्टी के साथ लंबे समय से जुड़े हुए थे और पार्टी की हर रणनीति से भली-भांति अवगत हैं।