हेमंत शर्मा, रायपुर। नगरनार स्टील प्लांट में आउटसोर्सिंग के साथ निजीकरण किए जाने पर शिवसेना ने नाराजगी जताई है. इसके विरोध में शिवसेना 16 दिसंबर को चारामा से नगरनार तक रैली निकालकर विरोध जताएगी.
नगरनाग स्टील प्लांट से जुड़े मुद्दे पर शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष धनंजय सिंह परिहार ने प्रेस कांफ्रेंस कर एनएमडीसी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने प्लांट में की जाने वाली नियुक्तियों में बस्तरवासियों को प्राथमिकता देने की बात कही. उन्होंने रोजगार में 80 फीसदी बस्तरवासियों और टेक्नीशियन में 20 फीसदी प्रदेशवासियों की भर्ती की मांग की.
शिवसेना ने चेतावनी दी कि निजीकरण पर केंद्र सरकार ने संज्ञान नही लिया तो खनिज संपदा को राज्य से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा.
उन्होंने भोले-भाले छत्तीसगढ़ियों को बेवकूफ बनाए जाने की बात कहते हुए एनएमडीसी की भूमिका को षड्यंत्रकारी बताया. कहा कि यहां की जमीन और खनिज का दोहन कर स्थानीय लोगों की उपेक्षा कर रही है. निजीकरण पर सरकार ने रवैया स्पष्ट नहीं किया तो बस्तर बन्द का आव्हान किया जाएगा.
इसके लिए जंतर-मंतर दिल्ली में धरना के साथ नगरनार में पैदल मार्च कर संयंत्र का घेराव किया जाएगा. परिहार ने कहा कि एनएमडीसी यहां गड्ढा खोदेगी और मुख्यालय हैदराबाद में बनाएगी. नगरनार का निजीकरण हो रहा है तो रमन सिंह के मुंह से क्यों आवाज नहीं निकल रही है. छत्तीसगढ़ में काबिल लोग है तो उनको उनका अधिकार मिलना चाहिए.