भोपाल. शिवराज सिंह चौहान ने आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उन्होंने चौथी बार मुख्यमंत्री की शपथ ली. उन्हें राज्यपाल लालजी टंडन ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री बनने पर शिवराज सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर बधाई दी.

विधायक दल का नेता चुने जाने पर शिवराज ने भाजपा विधायकों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि मुझ पर भरोसा जताने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह का बहुत-बहुत धन्यवाद. मैं उनके भरोसे को टूटने नहीं दूंगा. सभी विधायकों को साथ लेकर चलूंगा.

इससे पहले भाजपा आलाकमान ने उनके नाम पर मुहर लगाई थी. शाम को बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई. इसमें उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया. इसके बाद राज्यपाल ने राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई.

गौरतलब है कि सिंधिया खेमे के 22 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत आ गई. इसके बाद 20 मार्च को कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. बाद में ये सभी बागी विधायक बीजेपी में शामिल हो गए.

6 महीने में कराना होगा उपचुनाव

कांग्रेस विधायकों की इस्तीफे के बाद सदन में कांग्रेस विधायकों संख्या घटकर 92 हो गई है. वहीं, बीजेपी के पास कुल 106 विधायक है. 230 सदस्यों वाली विधानसभा में बागी विधायकों के इस्तीफा और दो विधायकों की मौत के बाद कुल 24 सीट खाली हो गई है. इन सीटों पर 6 महीने में चुनाव होने हैं.

तीन नामों की थी चर्चा

शिवराज सिंह चौहान 2005 से 2018 तक लगातार 13 साल मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इस बार मध्यप्रदेश के इतिहास में पहला मौका होगा, जब कोई चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगा. शिवराज के अलावा अब तक अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल तीन-तीन बार सीएम रहे हैं. इस बार शिवराज के साथ नरेंद्र सिंह तोमर और नरोत्तम मिश्रा के नाम का कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन आलाकमान ने शिवराज सिंह का नाम तय किया.