सदफ हामिद, भोपाल। उपचुनाव से पहले शिवराज सरकार की कैबिनेट बैठक मंगलवार को हुई। बैठक में चुनावी फैसला देखने को मिला। सरकार ने प्रदेश वासियों को सस्ती बिजली देने 20 हजार 700 करोड़ से ज्यादा की सब्सिडी देने का फैसला लिया है। वहीं किसानों को 15722 सब्सिडी देने का फैसला लिया है। बैठक में 80 आदिवासी ब्लॉकों में घर-घर राशन देने पर भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुहर लगा दी।
बैठक के बाद सीएम ने कहा कि आज कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक में हमने तय किया कि अलग-अलग श्रेणी के हमारे किसान भाइयों और बहनों के लिए सस्ते बिजली देने के लिए हम 15000 करोड़ से ज्यादा की सब्सिडी सरकार की तरफ से देंगे।
मध्यप्रदेश में कोई कष्ट ना हो घरेलू उपभोक्ताओं को भी लगभग 4900 करोड़ हम देते हैं।तब कहीं सस्ती बिजली मिलती है। कुल मिलाकर के 20 हजार 700 करोड़ से ज्यादा की सब्सिडी देने का आज कैबिनेट ने फैसला किया, जिससे किसानों को भी सस्ती बिजली उपलब्ध हो। साथ ही घरेलू उपभोक्ताओं को भी सस्ती बिजली उपलब्ध हो।
सीएम ने कहा कि मेरी इतनी प्रार्थना जरूर है कि संकट के इस दौर में अनावश्यक बिजली ना जलाएं। क्योंकि कितनी भारी धनराशि जाती है। ये अपना ही पैसा है। इसलिए हम बिजली बचाएं।
ग्रह ज्योति योजना के उपभोक्ताओं को 5 करोड़ सब्सिडी
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कैबिनेट बैठक की निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने ‘ग्रह ज्योति योजना’ के उपभोक्ताओं को 5 करोड़ सब्सिडी देने का फैसला लिया है। कुल 20 हज़ार 700 करोड़ से ज़्यादा की सब्सिडी देने का फैसला लिया है।
आचार संहिता वाले क्षेत्रों में नहीं लागू होगी योजना
वहीं 80 आदिवासी विकास खंडों में राशन वितरण कार्यक्रम ‘आपका राशन आपके द्वार’ योजना के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। जहां आचार संहिता लगी है, उन क्षेत्रों में यह योजना प्रारंभ नहीं होगी। इस दौरान नरोत्तम मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा कि निर्णय को उपचुनाव से जोड़कर नहीं देखा जाए।
कोरोना के साथ रहने की आदत डालनी होगी
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में हर बीमारी का इलाज किया जा रहा है। कोरोना के साथ रहने की आदत डालनी होगी। कोरोना पर भ्रम न फैलाएं। सरकार सबका इलाज सुनिश्चित कर रही है।
नरोत्तम ने कमलनाथ पर साधा निशाना
कमलनाथ के शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने के बयान नरोत्तम मिश्रा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिसने कर्जा माफी का लिखित में झूठ बोला। वो किसान की बात कर रहा है। जिसने नौजवान को बेरोजगारी भत्ता देने की बात लिखित में झूठ बोला, 15 महीने में एक भी नौकरी नहीं निकाली।,वह शिक्षा भर्ती की बात कर रहा है। यह राजनीति की विडंबना है।