सदफ हामिद, भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कल्याण योजना की 1540 करोड़ रुपये की राशि आज किसानों को वितरित की। इससे प्रदेश के 77 लाख किसानों को योजना का सीधा लाभ मिलेगा। वहीं कांग्रेस ने इस पर निशाना साधते है। पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर इसे चुनावी झुनझुना बताया है और कहा कि उपचुनाव खत्म होते ही किसानों को अपात्र बताकर सरकार उन्हें वसूली का नोटिस थमा देगी।

राजधानी के मिंटो हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदेश के 77 लाख किसानों के खाते में 1540 करोड़ रुपये की मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की राशि वितरित की। कार्यक्रम में भोपाल के प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह भी मौजूद हैं। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत कन्या पूजन के साथ की। कार्यक्रम में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से किसान जुड़े थे।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक जमाना था जब भारत को खाने के लिए एक मोटा गेहूं अमेरिका से मंगवाना पड़ता था। आज किसानों की मेहनत से गेहूं-धान से भंडार भरे पड़े हैं, रखने की जगह नहीं है। कई बार खुले में रखना पड़ता है सुरक्षा से। किसान अन्नदाता भी हैं और भाग्यविधाता भी।

सीएम शिवराज ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को तकलीफ हुई और चुनाव आयोग में शिकायत की। शिवराज किसानों के खाते में पैसा कैसे डाल रहा है। चौथी बार मुख्यमंत्री बना हूं। प्रधानमंत्री 6000 डाल रहे हैं तो मुख्यमंत्री 4 हज़ार और डाल सकता है। जब बीजेपी की सरकार नहीं थी तब उत्पादन कम होता था और अब बीजेपी की सरकार में तीन गुना अनाज का उत्पादन ज़्यादा हो रहा है। नर्मदा का पानी सिंचाई के लिए लाने में कांग्रेस ने कह दिया था असंभव है लेकिन बीजेपी ने यह काम कर दिखाया। जहां-जहां पानी होगा उसका रुख मोड़ के किसानों की जमीन पर पहुंचाया जाएगा इसका इंतजाम किया जाएगा। लगातार कोशिश की जा रही है सिंचाई का रकबा मध्यप्रदेश की धरती पर बढ़ाया जाए, किसानों की जिंदगी बदलने की तड़प है हम में।

ओम्कारेश्वर में सोलर प्लांट लगाने की योजना- शिवराज

बिजली को लेकर मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि एक जमाना था जब बिजली आती कम थी और जाती ज्यादा थी। सीएम शिवराज ने माना देश में बिजली का संकट। कोयले का उत्पादन कम है दुनिया में बिजली का संकट है, उसके बावजूद किसानों को सस्ती बिजली दी जा रही है। सस्ती बिजली मिलती है इसके लिए सरकार को अपने ख़ज़ाने से ₹21000 करोड़ का भुगतान करना पड़ता है जब सस्ती बिजली मिलती है। बिजली का संकट पूरी दुनिया में आ रहा है इसलिए फैसला लिया है पानी से भी बिजली बनाएंगे।बढ़ती कीमतों और महंगी लागत के बावजूद बिजली की कमी मध्यप्रदेश में नहीं आने देंगे। ओम्कारेश्वर में भी सोलर प्लांट लगाने की भी योजना है।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि धोरे-धीरे सोलर से बिजली बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। किसान सूरज से बिजली बनाता है तो वो सरकार खरीदेगी। कोयले का विकल्प ढूंढना है। नई योजना लेकर आ रहे हैं। 2 मेगा वाट बिजली बनाते हैं तो वो सरकार भी खरीदेगी।

खाद की मॉनिटरिंग कर रहे

सीएम ने कहा कि जहां बारिश से फसलों का नुकसान हुआ है वहां भरपाई सरकार करेगी। किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।खाद बीज की किल्लत पर सीएम शिवराज ने कहा कि खाद बीज की उपलब्धता के लिए लगातार संपर्क में है। कभी शिप आने में देरी  होती है तो लगता है खाद की किल्लत है। लेकिन हम खाद की उपलब्धता के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने वाले। खाद को लेकर मोनिटरिंग की जा रही है समय पर खाद पहुचे इसका भी इंतजाम हो रहा है।

शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई दी है। विजय विश्व तिरंगा प्यारा झंडा ऊंचा रहे हमारा। टीम के जाबांज खिलाड़ियों को बहुत शुभकामनाएं। इंडियन टीम को शुभकामनाएं टी 20 मैच के लिए। कल भारत पाकिस्तान का मैच होना है।

वहीं कांग्रेस ने किसान कल्याण योजना के तहत किसानों के खाते में पैसे डालने पर सवाल उठाया है। पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि महंगाई में इसे कम बताया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसानों का सम्मान करती है तो उसे किसानों का कर्जा माफ कर उन्हें कर्ज के दलदल से बाहर निकालना चाहिए। खेती को लाभ का धंधा बनाना चाहिए। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले उपचुनाव के समय भी सरकार ने किसानों के खाते में सम्मान निधि की राशि डाली थी और चुनाव समाप्त होते ही लाखों किसानो को अपात्र बताकर वसूली के लिए उन्हें नोटिस थमा दिया था।

कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, “बढ़ती महंगाई के इस संकट काल में किसानों के खाते में मात्र दो हज़ार रुपये की राशि डाल कर यह इसे किसानों का सम्मान और किसानों का कल्याण बता रहे हैं ? वास्तव में किसानों का कल्याण व सम्मान करना हो तो हमारी सरकार की तरह उनके कर्ज माफ करो ,उन्हें कर्ज के दलदल से निकालो , खेती को लाभ का धंधा बनाओ। प्रदेश में पिछले 28 उपचुनावो के समय भी इसी तरह किसानों के खाते में सम्मान निधि की किश्त डाली थी और चुनाव समाप्त होते ही प्रदेश के लाखों किसानों को अपात्र बताकर उन्हें वसूली के नोटिस थमा दिए। अधिकारी उन किसानो को वसूली के लिये रोज़ धमका रहे है ,बिचारे किसान कर्ज लेकर ,जेवर गिरवी रख , यह राशि वापस लौटा रहे है।”

कमलनाथ ने ट्वीट कर आगे कहा, “अब प्रदेश में उपचुनावो को देखते हुए शिवराज सरकार फिर राशि डाल रही है ,चुनाव समाप्त होते ही पता नहीं कितने किसानों को अपात्र बता कर उन्हें भी वसूली के नोटिस भेज दिए जाएंगे ? वास्तव में प्रदेश में यह किसान सम्मान निधि ,किसान अपमान निधि बन चुकी है।”