मनीषा त्रिपाठी, भोपाल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और मंत्री दिलीप अहिरवार ने आज मामा के घर पहुंचकर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की. जहां दोनों नेताओं के बीच कई अहम योजनाओं पर चर्चा हुई है. मुलाकात के बाद शिवराज सिंह का बयान सामने आया है.

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पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 22 जनवरी को पीएम मोदी जी की उपस्थिति में राम लाला दिव्य मंदिर में विराजेंगे. पीएम मोदी जी ने अपील की अयोध्या ना जाए, भारी भीड़ होगी इस लिए दर्शन नहीं हो पाएंगे. उन्होंने कहा कि ओरछा में राम धुन गाऊंगा. वहीं राम मंदिर का साक्षी बनूंगा. निमंत्रण हम ने भी दिए हैं.

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शिवराज सिंह ने कहा कि राम राज्य का का आरंभ हो गया है. वहीं सनातनी मुस्लिय युवती को लेकर उन्होंने कहा कि शबनम शेख़ प्रेरणा बनी है. मुस्लिम परिवार जन्म लेकर भी भगवान राम दर्शन अयोध्या जा रही है. वहीं सीएम से मुलाकात को लेकर कहा- मुख्यमंत्री मोहन यादव जी से सौजन्य भेंट हुई है.

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शिवराज सिंह ने कहा कि बीजेपी की 2023 से सरकार है. सवा साल को छोड़कर. हम चाहते है प्रदेश आगे बढ़े. जन कल्याण काम में सहयोग करेंगे. मुझे ख़ुशी योजना चालू रहेगी. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 10 तारीख़ को लाड़ली बहनों के खाते में राशि आएगी.

सीएम मोहन यादव से मुलाकात पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सीएम से सौजन्य भेंट की है. 2003 से हम सरकार में है, आजगरीब और बीमारू मप्र विकासशील मप्र बना है. हम चाहते है कि तेजी से मप्र आगे बढ़े. मुख्यमंत्री जी ने तेजी से काम शुरू किया है. मुझे खुशी है कि योजनाएं जारी रहेंगी. 10 तारीख को फिर लाडली बहनों के खाते में पैसा आएगा.

लाडली बहनों को लखपति बहना बनना है उसके लिए मैं निरन्तर काम करूंगा. इस दिशा में मुख्यमंत्री और सरकार काम करेंगी. राम जन्म भूमि को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने सांझा किये अपने अनुभव. वह वातावरण था जब हम लोग लोग रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे के नारों का उद्घोष करते थे और अयोध्या जाने के लिए भी निकले थे.

हनुमान से उत्तर प्रदेश की सीमा पर हमने प्रवेश किया. कैसा विकट समय था कि अपने देश के एक राज्य की सीमा पर प्रवेश रोकने के लिये ऐसी व्यवस्था की थी मुलायम सरकार ने जैसा दूसरे देश में जा रहे हो. हमने कोशिश की पकड़ लिए गए,जौनपुर में जेल में भेज दिए गए, 8 दिन हम जेल में रहे. वहां हम लोगों को उत्साहित करते थे. छूटने के बाद हम अयोध्या गए थे और संकल्प लिया था कि मन्दिर वहीं बनाएंगे, और भी बहुत सी यादें है जिन पर विस्तार से चर्चा करेंगे.

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