संदीप भम्मरकर, भोपाल। मध्यप्रदेश में मेडिकल ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ है। कई जिलों में ऑक्सीजन की कमी से संकट गहरा गया है। राजधानी भोपाल में मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित हो गई है। कई अस्पतालों में महज 1 घंटे का ही ऑक्सीजन शेष है। वहीं सबसे बड़े सप्लाई सेंटर भेल (BHEL) कारखाने में सुबह से कतार में लगी एंबुलेंस को शाम तक ऑक्सीजन नहीं मिल पाई है।

भेल कारखाने द्वारा रोजाना 600 टन ऑक्सीजन की सप्लाई की जाती है। यहां से घर पर ऑक्सीजन ले रहे मरीजों को 1 सिलेंडर और अस्पताल को केवल 10 सिलेंडर ही मिल पा रहे हैं।

राजस्थान में रोके जा रहे टैंकर

उधर ऑक्सीजन की कमी को लेकर मंत्री विश्वास सारंग ने राजस्थान की गहलोत सरकार के ऊपर बड़ा आरोप लगाया है। सारंग ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार एमपी सप्लाई होने वाली ऑक्सीजन रोक रही है। राजस्थान में ऑक्सीजन के ट्रक रोके जा रहे हैं।

नर्सिंग होम पैदा कर रहे कृत्रिम कमी- सारंग

वहीं भोपाल में ऑक्सीजन की कमी पर मंत्री विश्वास सारंग नेक कहा कि हम अस्पतालों को भरपूर सप्लाई दे रहे हैं। सारंग ने आरोप लगाया कि कुछ निजी नर्सिंग होम ऑक्सीजन की कृत्रिम कमी पैदा कर रहे हैं। नर्सिंग होम पर अब ऑक्सीजन की खपत और मरीजों की माइक्रो मॉनीटरिंग होगी।

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