प्रशांत सिंह, जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां चार माह की मासूम बच्ची का पहले अपहरण हुआ और कुछ घंटों बाद उसका शव घर के पीछे खेत में एक छोटे से गड्ढे में मिला। इस घटना से पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।

जानकारी के अनुसार, जांजगीर-चांपा के पामगढ़ थाना क्षेत्र के धाराशिव गांव में रविवार दोपहर करीब 2 बजे उस वक्त हड़कंप मच गया, जब गांव के गोस्वामी परिवार के घर से चार माह की बच्ची के अचानक लापता होने की सूचना मिली। बच्ची की नानी ने बताया कि उसकी बेटी पूनम की शादी शहडोल निवासी राजेश गोस्वामी से हुई है। पूनम की एक तीन साल की बेटी भी है और हाल ही में दूसरी बेटी के जन्म के लिए वह मायके आई थी। रविवार को दोपहर के भोजन के बाद परिवार के सभी लोग आराम कर रहे थे। पूनम अपनी दोनों बेटियों के साथ एक कमरे में सो रही थी, जबकि उसकी मां बगल वाले कमरे में थी। कुछ समय बाद पूनम नींद से जागी और चार माह की बेटी को बिस्तर पर न पाकर पहले मां से पूछा, लेकिन वहां भी बच्ची नहीं मिली। इसके बाद पूरे घर और पड़ोस में तलाश की गई। जब बच्ची कहीं नहीं मिली तो ग्रामीणों ने अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पामगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों व पड़ोसियों से पूछताछ शुरू की।

पुलिस टीम ने ग्रामीणों के साथ मिलकर बच्ची की तलाश शुरू की और पूनम गोस्वामी के घर के पीछे स्थित खेत में जाकर देखा। वहां एक छोटे से गड्ढे में बच्ची की लाश मिली। यह दृश्य देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

वहीं उप पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की साइबर ब्रांच, डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक एक्सपर्ट के माध्यम से जांच कराई जा रही है, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है और अपहरण के साथ हत्या की भी जांच की जा रही है।

धाराशिव गांव में चार माह की बच्ची का अपहरण और उसकी हत्या के बाद सन्नाटा पसर गया है, सभी के ज़ेहन में एक ही सवाल उठ रहा है आखिर चार माह की बच्ची से किसकी दुश्मनी थी और इस घटना को अंजाम दिया।