कोलकाता। कोई बेटा सिर्फ पेंशन के लालच में मां के शव को 3 साल तक फ्रीजर में रखे, विश्वास नहीं होता, लेकिन ये सच है. हैरानी की बात ये है कि इसमें पिता की भी सहमति थी. जब बेटे और पिता पैसों के लिए लालची हो जाएं, तो फिर किसी भी रिश्ते पर विश्वास नहीं किया जा सकता. घटना कोलकाता के बेहला थाना इलाके के जेम्स लांग सारणी की है.

बता दें कि मृतक बीना मजूमदार जो 84 साल की थीं, उनकी मौत 3 साल पहले 2015 में बीमारी के कारण बालानगर अस्पताल में हो गई थी. वे फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में अधिकारी के पद से रिटायर हुई थीं. उन्हें हर महीने 50 हजार रुपए पेंशन के मिलते थे. शुभब्रत ने अस्पताल से मिला डेथ सर्टिफिकेट छिपा लिया था और अवैध तरीके से लिविंग सर्टिफिकेट बनवा लिया था.

मौत के बाद बीना के बेटे शुभब्रत मजूमदार ने किसी शातिर अपराधी की तरह मां के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया. उसे मां के पैसों का लालच था. उसने पेंशन के लालच में शव को फ्रीजर में रख दिया. वो भी एक-दो दिन के लिए नहीं, बल्कि पूरे 3 साल के लिए. मामला अगर नहीं खुलता, तो आगे पता नहीं कितने सालों तक उसने शव को फ्रीजर में रखा होता.

शुभब्रत ने लेदर टेक्नोलॉजी का कोर्स किया है. वो रसायनों की मदद से मां के शव को संरक्षित रखता था और पिता गोपाल चंद्र मजूमदार को भी ये बात पता थी. गोपालचंद्र भी एफसीआई में बड़े पद से रिटायर हुए हैं. आरोपी शुभब्रत लेदन टेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग करने के बावजूद कोई काम नहीं करता था और माता-पिता के पेंशन से ही गुजर-बसर करता था.

पुलिस को गुप्त सूचना मिली, जिसके बाद डीसी एसईडी निलांजन विश्वास के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापेमारी कर वृद्धा का शव बरामद किया.

ऐसे करता था फर्जीवाड़ा

आरोपी बेटा हर साल मां के शव से अंगूठे का निशान लगाकर जीवित होने का प्रमाण बैंक में पेश करता था. इसके बाद अकाउंट में आई पेंशन की रकम को वो डेबिट कार्ड के जरिए निकाल लेता था. उसने बता रखा था कि मां की उम्र बहुत ज्यादा हो गई है, इसलिए वे हस्ताक्षर करना भूल गई हैं.

पिता के लिए भी कर रखी थी मां जैसी तैयारी

पुलिस को आरोपी के घर से 2 फ्रीजर मिले हैं. माना जा रहा है कि दूसरा फ्रीजर उसने पिता के लिए लाकर रखा था और उन्हें भी वो वैसे ही रखना चाहता था, जैसे कि उसने मां के शव को रखा था. वहीं शव की नाभि के ऊपर काटकर शरीर के अंदर से वे सारे अंग निकाल लिए गए हैं, जिनके सड़ने के कारण दुर्गंध की आशंका थी.