
दिल्ली में यमुना नदी की स्थिति निरंतर deteriorate हो रही है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) द्वारा जारी की गई हालिया जल गुणवत्ता रिपोर्ट में कुछ चौंकाने वाले आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार, निर्धारित मानकों के अनुसार 8 स्थानों से लिए गए नमूनों में यमुना का पानी 6400 गुना अधिक प्रदूषित पाया गया है. यह स्थिति दिल्ली के निवासियों के लिए एक गंभीर चिंता का कारण बन गई है.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने इस रिपोर्ट को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए बीजेपी सरकार पर कड़ा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि यमुना की सफाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्ता में आई बीजेपी सरकार ने पिछले एक महीने में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. यादव ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार के मंत्री केवल सर्वेक्षण करने और फोटो खिंचवाने में लगे हुए हैं, जबकि वास्तविकता में कोई कार्य योजना नजर नहीं आ रही है.
गर्मी से पहले यमुना की सफाई जरूरी
देवेन्द्र यादव ने बताया कि हर वर्ष गर्मियों में दिल्ली को जल संकट का सामना करना पड़ता है. इस स्थिति में, बीजेपी सरकार को दिल्ली जल बोर्ड को निर्देशित करना चाहिए कि जल संशोधन की क्षमता को बढ़ाया जाए, ताकि नागरिकों को स्वच्छ जल उपलब्ध हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 11 वर्षों से दिल्ली जल संकट से जूझ रही है, और यदि इस बार भीषण गर्मी से पहले ठोस उपाय नहीं किए गए, तो आधे से अधिक दिल्लीवासियों को पानी की कमी का सामना करना पड़ेगा.
‘यमुना में जहरीला पानी, पीने लायक नहीं’
उन्होंने बताया कि यमुना में गिरने वाले अव्यवस्थित सीवेज और औद्योगिक कचरे के कारण इसका जल विषाक्त हो गया है. मानव अपशिष्ट और जैविक ऑक्सीजन की मांग में निरंतर वृद्धि हो रही है, जिससे यमुना में जलजीवों के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है.
रिपोर्ट में ये बात आई सामने
दिसंबर 2024 में फेकल केलीफार्म का स्तर 8.4 मिलियन यूनिट प्रति 100 एमएल था, जो फरवरी 2025 में बढ़कर 16 मिलियन यूनिट प्रति 100 एमएल तक पहुँच गया.
बीओडी का स्तर, जो अधिकतम 3 एमजी प्रति लीटर होना चाहिए, पल्ला में 6 एमजी प्रति लीटर और असगरपुर में 72 एमजी प्रति लीटर दर्ज किया गया, जो निर्धारित मानकों से 24 गुना अधिक है.
नालों का गंदा पानी बिना किसी उपचार के सीधे यमुना में प्रवाहित किया जा रहा है, जिससे जल की गुणवत्ता में गिरावट आ रही है.
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‘BJP सरकार को तुरंत उठाने होंगे कदम’
देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली के नागरिक बीजेपी सरकार से स्वच्छ जल की अपेक्षा कर रहे हैं. उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि भीषण गर्मी के आगमन से पहले यमुना की सफाई और जल संशोधन की प्रक्रिया को तेज किया जाए, ताकि दिल्लीवासियों को जल संकट से बचाया जा सके.
उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार की तरह बीजेपी सरकार भी केवल बयानबाजी कर रही है. कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि यदि शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो जनता को सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने के लिए विवश होना पड़ेगा.
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