कुंदन कुमार/ पटना। राजधनी के चर्चित पारस अस्पताल हत्याकांड में अहम खुलासा हुआ है। मुख्य शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह से बुधवार को पुलिस ने लगातार दूसरे दिन करीब पांच घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान तौसीफ भावुक हो गया और रोने लगा। उसने बताया कि वह ऑनलाइन जुए में 20 लाख रुपये हार गया था और कर्ज में डूब चुका था। इसी आर्थिक दबाव और नशे की हालत में उसने 17 जुलाई की सुबह हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
बाइक बरामद कर ली
पुलिस पूछताछ में तौसीफ ने बताया कि घटना के दिन वह पारस अस्पताल का रास्ता भटक गया था और एक स्टाफ से रास्ता पूछकर बाहर निकला। जानकारी के अनुसार, शूटर बक्सर से ही 10 हथियार लेकर आए थे और पटना में उन्हें बाइक मुहैया कराई गई थी। इस मामले में पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई एक बाइक बरामद कर ली है, जिस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। दूसरी बाइक अब तक नहीं मिली है। दोनों बाइक चोरी की थी।
तौसीफ से पूछताछ करेगी
तौसीफ की निशानदेही पर पुलिस ने गया में उसकी बहन के घर से तीन मोबाइल और सीम कार्ड भी बरामद किए हैं, जिन्हें उसने वारदात के बाद वहीं छोड़ दिया था। पुलिस गुरुवार को भी तौसीफ से पूछताछ करेगी। तौसीफ ने यह भी स्वीकार किया कि वह शेरू नामक व्यक्ति को नहीं जानता। उसने यह सब दिल निशु नाम की एक महिला के कहने पर किया।
पांच शूटरों की पहचान
मामले में अब तक पांच शूटरों की पहचान हुई है– तौसीफ, बलबंत, रवि रंजन, निलेश और मोनू। इन सभी ने मिलकर चंदन मिश्रा को 28 गोलियां मारी थीं। चंदन की मौत के बाद तौसीफ मौके से फरार हो गया था। फिलहाल पुलिस पूरे नेटवर्क और साजिशकर्ताओं की जांच कर रही है।
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