स्पोर्ट्स डेस्क. लंबे समय तक खेल से दूर रहने के बाद वापसी करने वाले ओलम्पिक रजत पदक विजेता निशानेबाज विजय कुमार ने कहा कि 3-4 वर्षों तक अभ्यास से दूर रहने पर खिलाड़ी खेल के तरीके को भूल जाता है. लंदन ओलम्पिक में रजत पदक जीतने वाले इस पिस्टल निशानेबाज ने हिमाचल प्रदेश पुलिस के करियर पर ध्यान देने के लिए निशानेबाजी से ब्रेक लिया था. इस दौरान उन्हें गहन प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा, जिसमें उनका अधिकांश समय और ध्यान लगा था. उन्होंने पिछले वर्ष खेलों में फिर वापसी की.

विजय ने कहा कि, निशानेबाजी से दूर होना मेरे लिए ज्यादा बड़ा मसला नहीं था क्योंकि मैं खुद को नौकरी की सुरक्षा मुहैया करा रहा था. मैं खेलों में फिर से नई शुरुआत कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि पुलिस ट्रेनिंग के दौरान उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इससे एक खिलाड़ी के तौर पर निशानेबाज कहीं खो गया.

आपके पास सब कुछ होते हुए भी आप भूल जाते हैं खेलना
विजय ने कहा कि, तकनीक में बदलाव होते रहते हैं. अगर कोई खिलाड़ी 3-4 वर्षों तक खेल से दूर रहता है तो कई चीजें भूल जाता है. जब आप शीर्ष स्तर पर खेलने के लिए लौटते हैं तो आपको एहसास होता है कि, आपके पास सब कुछ है लेकिन खेलना भूल गए हैं. गुजरात के विभिन्न शहरों में 29 सितंबर से शुरू होने वाले राष्ट्रीय खेलों में विजय 2015 सत्र की सफलता को दोहरा कर विश्व चैम्पियनशिप के लिए तैयारियों को पुख्ता करना चाहते हैं. उन्होंने 2015 में तिरुवनंतपुरम राष्ट्रीय खेलों में 5 स्वर्ण और 1 कांस्य पदक जीता था.

राष्ट्रीय खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश
गुजरात के 6 शहरों में 10 अक्टूबर तक होने वाले राष्ट्रीय खेलों की तैयारी कर रहे इस निशानेबाज ने कहा कि वह प्रदर्शन अतीत की बात है. मेरा मानना है कि मैं खुद को और आगे बढ़ा सकता हूं और एक बार फिर ओलम्पिक स्तर पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकता हूं. इस पुलिस उपाधीक्षक ने कहा कि मुझे खुशी है कि निशानेबाजी में वापसी के 1 वर्ष के अंदर ही मैंने अपने चौथे राष्ट्रीय खेलों के लिए जगह बना ली है. मैं विश्व चैम्पियनशिप से पहले राष्ट्रीय खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा. विश्व चैम्पियनशिप 12 अक्टूबर से काहिरा में है.