पनीर आज के समय में सभी का बहुत फेवरेट हो गया है. चाहे इसकी सब्जी खाएं या फिर कोई स्नैक. हर तरह से पनीर खाने में अच्छा ही लगता है. कुछ लोग तो कच्चा पनीर खाना भी पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोग इसे हल्का फ्राई करके खाते हैं. पर कैसा पनीर खाना सेहत के लिहाज से बेहतर होता है आज हम आपको इसके बारे में ही बतायेंगे.

कच्चा पनीर के फायदे

ज्यादा पोषक तत्व बरकरार रहते हैं
कच्चे पनीर में मौजूद प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस और विटामिन B12 जैसी चीज़ें गर्मी से नष्ट नहीं होतीं. लो-कैलोरी विकल्प
इसमें तेल या घी का इस्तेमाल नहीं होता, इसलिए यह फ्राइड पनीर की तुलना में कम कैलोरी वाला होता है. मसल बिल्डिंग और वजन घटाने वालों के लिए अच्छा
हाई प्रोटीन और कम फैट कंटेंट के कारण यह जिम जाने वालों और डायटिंग करने वालों के लिए फायदेमंद है. पाचन में हल्का (सही मात्रा में खाने पर)
ताजा, मुलायम पनीर पचने में आसान होता है.

कच्चा पनीर खाने  के नुकसान

अगर दूध अच्छी तरह उबाला नहीं गया या पनीर स्वच्छ तरीके से नहीं बना, तो इसमें बैक्टीरिया हो सकते हैं.लैक्टोज इनटॉलरेंस वाले लोगों को गैस, पेट दर्द या सूजन हो सकती है.

फ्राइड पनीर के फायदे

स्वाद और बनावट बेहतर
फ्राई करने से पनीर कुरकुरा और स्वादिष्ट बनता है, जिससे खाने का मज़ा बढ़ जाता है. कम बैक्टीरिया का खतरा
फ्राई करने पर गर्मी से बैक्टीरिया मर जाते हैं, इसलिए सेफ्टी के लिहाज़ से थोड़ा बेहतर हो सकता है.

फ्राइड पनीर खाने के नुकसान

पोषक तत्वों की कमी
तलने से प्रोटीन की क्वालिटी घट जाती है और कुछ विटामिन भी नष्ट हो सकते हैं. कैलोरी और फैट बढ़ जाते हैं
तेल सोखने से पनीर में सैचुरेटेड फैट और कैलोरी ज़्यादा हो जाती हैं, जिससे वजन बढ़ सकता है. दिल की सेहत पर असर
लगातार फ्राइड चीज़ें खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने और हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है.

इन बातों का रखें ध्यान 

1-अगर पनीर ताज़ा और साफ दूध से बना है, तो कच्चा पनीर ज़्यादा फायदेमंद और पौष्टिक है.

2-लेकिन अगर साफ-सफाई पर शक है, तो हल्का सा सौटे (थोड़ा सेंक कर) खाना बेहतर रहेगा — इससे स्वाद भी रहेगा और बैक्टीरिया का खतरा भी कम होगा.

3-डीप फ्राई करने से बचना चाहिए.