धीरज दुबे, कोरबा. कोरबा में मतदान के पहले मतदाताओं को प्रलोभन देने की एक नायाब व्यवस्था बनाई गई है. जिसके तहत ऐसे कुछ चिकन व मटन के व्यापारियों से टाईअप कर लिया गया है. जहां की चिन्हांकित दुकानों से एक खास तरह के दस रुपए के नोट के बदले में एक किलो चिकन मुहैया कराया जा रहा है. इसके लिए दुकानदार से उस इलाके का प्रभारी पूरे समय तक संपर्क में रहता है

दस रुपए का नोट वही खास सीरियल नंबर वाला होना चाहिए जिसे दल के प्रत्याशी ने जारी किया है. चुनाव जीतने के लिए लोगों को बोकरा भात व चिकन की दावत आम बात है. इस वर्ष भी यह जारी है, सबसे ज्यादा प्रत्याशी और जोर कोरबा विधानसभा में हैं. जिला मुख्यालय होने के कारण प्रत्याशियों को थोड़ी सतर्कता भी बरतनी पड़ती है. सुरक्षित तरीके आचार संहिता का उल्लंघन कर प्रलोभन देने के मामले में कई तरह के तरीके इजाद किए गए हैं.

इसकी सूचना किसी ने जिला निर्वाचन अधिकारी को दे दी. इसके बाद चुनाव आयोग की उड़नदस्ता की टीम ने मुड़ापार कोरबा स्थित सरदार चिकन सेंटर से 103 किलो चिकन एवं इतवारी बाजार शब्बीर चिकन सेंटर से 80 किलो चिकन जब्त किया गया है. चिकन सेंटर में दस-दस रुपए के नये नोट का उपयोग टोकन के रूप में चिकन लेने के लिए किया जा रहा था. जांच टीम से चिकन सेंटर के संचालक ने राजनीतिक दल के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने उसे 10 रुपए के नये नोट लेकर आने वाले लोगों को एक व्यक्ति के माध्यम से चिकन देने की बात स्वीकार की है.

चिकन जब्त कर वोटरों को वापस सौंप दिया

इस मामले में खास बात यह रही कि वोटरों से चिकन का मांस तो जब्त कर लिया गया,  लेकिन उसे आयोग की टीम रखती कहां है. ऐसे में उस मांस को संबंधित वोटर का बयान लेने के बाद मांस उसके ही सुपुर्दगी में दे दिया गया है. अब वोटर की परेशानी यह है कि उस चिकन को वह खाए या नहीं, कैसे संभाल कर रखे ये उसकी समझ में नहीं आ रहा है.

183 किलो चिकन जब्त किया

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मो. कैसर अब्दुल हक ने बताया कि 183 किलो चिकन अलग-अलग दुकानों से जब्त किया गया है. दुकान के संचालकों ने स्वीकार किया है कि एक व्यक्ति के माध्यम से चिकन बांटा जा रहा था. आगे की जांच जारी है.