Shravan Month Temple Rituals: श्रावण मास में इन दिनों शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. बेलपत्र, जलाभिषेक, रुद्राष्टक और ‘हर हर महादेव’ के जयकारों के बीच एक चीज है जो न सिर्फ भगवान शिव का आह्वान करती है, बल्कि भक्त के जीवन से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने का माध्यम भी बनती है… मंदिर की घंटी.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि श्रावण में शिव मंदिर जाकर घंटी न बजाना जीवन में धीरे-धीरे शांति की हानि का कारण बन सकता है?
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क्यों माना जाता है घंटी बजाना शुभ? (Shravan Month Temple Rituals)
शास्त्रों के अनुसार, मंदिर की घंटी बजाने से वातावरण में एक विशेष ध्वनि तरंग उत्पन्न होती है जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर देती है. यह न केवल मंदिर की पवित्रता बनाए रखती है, बल्कि भक्त के मन में भी एकाग्रता और सकारात्मकता भर देती है.
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विशेष रूप से श्रावण में क्यों जरूरी? (Shravan Month Temple Rituals)
श्रावण मास भगवान शिव का प्रिय महीना है. इस दौरान की गई पूजा और साधना का फल कई गुना अधिक मिलता है. ऐसे में यदि कोई शिवालय में जाकर घंटी नहीं बजाता, तो वह एक जरूरी आध्यात्मिक प्रक्रिया से वंचित रह जाता है. यही वजह है कि माना जाता है कि जो श्रावण में शिव मंदिर की घंटी नहीं बजाता, वह अनजाने में अपने जीवन से धीरे-धीरे शांति और सकारात्मक ऊर्जा को खोता चला जाता है.
इसलिए इस श्रावण, जब भी शिव मंदिर जाएं, घंटी बजाना न भूलें. क्योंकि यह सिर्फ परंपरा नहीं, आपके जीवन की ऊर्जा को जगाने का एक सरल उपाय है.
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