रायपुर. हिंदू पंचांग के अनुसार, ऐसा करीब 19 साल बाद हुआ है कि सावन 30 दिन के बजाय पूरे 59 दिन का रहा. 16 अगस्त को अमावस्या के साथ समाप्त हो रहा है. शिवपुराण के अनुसार, 16 अगस्त के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ-साथ इस एक चीज को अर्पित करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. अमावस्या तिथि, बुधवार को दोपहर 3 बजकर 7 मिनट को समाप्त होगी.

शिव पुराण के अनुसार, श्रावण के महीने में भगवान शिव और माता पार्वती पृथ्वी पर निवास करते हैं. इसलिए इस मास में पूजा करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही अधिक अमावस्या तिथि पड़ने के कारण पितरों का भी आशीर्वाद मिलता है.


16 अगस्त यानी अधिक मास की अमावस्या तिथि के दिन शिव जी और पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए शिवलिंग में एक लोटे जल के साथ एक पीले कनेर का फूल अवश्य चढ़ाएं. पीला कनेर भगवान शिव को अति प्रिय है. कनेर का फूल शिवलिंग पर चढ़ाने से धन- वैभव की बढ़ोतरी होती है. इसके साथ ही घर से दरिद्रता का नाश होता है. इसके साथ ही घर में सुख-सौभाग्य, शांति बनी रहती है.