रायपुर. देवेंद्र नगर, रायपुर स्थित श्री नारायण हॉस्पिटल में मध्य भारत की सबसे अनूठी पहल, “50 जरूरतमंदों के नि:शुल्क त्री दिवसीय ऑर्थोपेडिक, स्पाइन एवं ज्वाइन्ट रिप्लेसमेंट शिविर” का आज समापन संपन्न हुआ.
इसके साथ ही साथ सेंट्रल इंडिया की सबसे बड़ी “स्पाइन एवं ऑर्थोपेडिक्स कांफ्रेंस” का समापन “डॉ प्रीतम अग्रवाल” द्वारा की गई निशुल्क “गोल्ड नी रिप्लेसमेंट सर्जरी” के लाइव प्रसारण द्वारा संपन्न हुआ. जिसके बारे में डॉ प्रीतम ने बताया कि अभी तक प्रचलित स्टैंडर्ड “नी रिप्लेसमेंट इम्प्लांट” कोबाल्ट क्रोमियम मेटल के बने होते हैं लेकिन इसके कम्परीजन में “गोल्ड नी रिप्लेसमेंट इम्पलांट” की लाइफ ज्यादा होती है. इसी तरह कुछ प्रतिशत लोगों में, ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी में “मेटल आयन्स” रिलीज होने की वजह से एलर्जिक रिएक्शन होता है, लेकिन गोल्ड नी रिप्लेसमेंट इम्प्लांट में रिएक्शन के चांसेस ना के बराबर होने के कारण इंफेक्शन नहीं होता है. जिसकी वजह से मरीज का हॉस्पिटल स्टे कम से कम होता है, इस सर्जरी की टेक्निक को, ऑर्थो रिले टीवी के जरिए लाइव प्रसारण से दुनियाभर के ऑर्थोपेडिक्स सर्जनों के साथ साथ कॉन्फ्रेंस में उपस्थित सभी सर्जनों को भी देखने और सीखने का अवसर मिला, इसी कॉन्फ्रेंस में डॉ नीरज अडकर की पुणे से “आर्थोपेडिक रोबोटिक सर्जरी” विषय पर प्रजेंटेशन को भी ऑर्थो रिले टीवी के माध्यम से प्रसारित किया गया.
श्री नारायणा हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं छत्तीसगढ़ के विगत 38 वर्षों के अनुभवी हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ सुनील खेमका ने बताया कि इस निशुल्क शिविर में रीढ़ की हड्डी (स्पाइन) के करीब 24 बड़े ऑपरेशन किए गए, जिनमें से 9 स्कोलियोसिस, कायफोफोसिस एवं डिफॉरमेटी करेक्शन के थे ,5 केस ज्वाइंट रिप्लेसमेंट एवं 6 केस ऑर्थोस्कोपी के थे,साथ ही बहुत सारे बच्चों के भी डिफॉरमेटी करेक्शन निशुल्क किए गए, इस निशुल्क शिविर के साथ ही साथ सेंट्रल जोन ऑफ़ इंडिया के ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन में 2 जुलाई को “स्पाइन एवं लोवर लिम्ब ट्रॉमा” पर एवं 3 जुलाई को नी ज्वाइंट रिप्लेसमेंट” विषय पर कॉन्फ्रेंस संपन्न हुई.