हिंदू धर्म में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु जी को समर्पित होता है. इस दिन विशेषतौर पर भगवान विष्णु जी की पूजा की जाती है. श्रीहरि का पूजन इस दिन पूरे विधि विधान से किया जाता है. मान्यता है कि जो भी भक्त इस दिन भगवान विष्णु की पूरी श्रद्धा और मन से पूजा करता है और व्रत रखता है, तो उससे प्रसन्न होकर श्रीहरि उसपर अपनी कृपा बनाएं रखते हैं और उसके सभी कष्टों को दूर कर देते हैं.
गुरुवार के दिन श्रीहरि की पूजा करने के साथ ही इस दिन उनको समर्पित उपवास भी रखा जाता है. गुरुवार के दिन उपवास करने के कुछ विशेष नियम होते हैं जिनको ध्यान में न रखने से व्रत का पूरा फल नहीं प्राप्त होता है. गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से मां लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं और प्रसन्न होकर भक्त की सभी धन संबंधी परेशानियां दूर करती हैं. आइए जाने इस दिन उपवास करने के नियम और महत्व. Read More – Big Breaking : एयरफोर्स का एयरक्राफ्ट हुआ क्रैश, 2 पायलट की मौत …
गुरुवार पूजा का महत्व
गुरुवार के दिन श्रीहरि का पूजन और उपवास करने से व्यक्ति के बिगड़े काम बन जाते हैं और शादी की रूकावटें दूर हो जाती हैं. गुरुवार के व्रत से कुंडली दोष दूर होते हैं और उनका बुरा प्रभाव भी खत्म हो जाता है. गुरुवार का दिन गुरु ग्रह का आशीर्वाद लेने के लिए सबसे उत्तम माना जाता है. माना जाता है कि गुरुवार के दिन विष्णु जी की पूजा अर्चना करने से उनकी विशेष कृपा बरसती है और घर-परिवार की सुख-समृद्धि और जीवन में सफलता मिलती है.
गुरुवार के नियम
- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत करने के खास नियम होते हैं. जिनका पालन करना बेहद जरूरी माना जाता है. इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को खाने में बहुत सी चीजों का ध्यान रखना चाहिए. गुरुवार के दिन केले का सेवन करना वर्जित माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि केले के पेड़ में भगवान विष्णु जी का वास होता है. इसलिए इस दिन केले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए लेकिन केला नहीं खाना चाहिए.
- गुरुवार के दिन पीली चीजों का दान करने का मान्यता है. भगवान विष्णु जी को पीली चीजें बहुत प्रिय हैं इसलिए इस दिन पीली चीजें दान करने से वे प्रसन्न होते हैं.
- गाय में देवी देवताओं का वास होता है इसलिए इस दिन गाय को रोटी खिलाने से भगवान विष्णु जी प्रसन्न होते हैं.ऐसा करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं.
गुरुवार के दिन क्यों नहीं खाए जाते चावल?
गुरुवार के दिन क्यों नहीं खाए जाते चावल?
हिंदू धर्म में चावल का विशेष महत्व माना गया है. कोई भी मांगलिक कार्य हो या पूजा, सभी में चावल का इस्तेमाल किया जाता है. चावल का उपयोग टीका लगाने पूजा में चढ़ाने के अलावा और बहुत से शुभ कार्यों में किया जाता है, लेकिन गुरुवार का ही एक दिन ऐसा होता है जिस दिन चावल खाना वर्जित माना गया है. Read More – ऑलिव कलर के स्विमसूट में Monalisa ने शेयर किया Photo, 41 की उम्र में दिखाई दिलकश अदाएं …
धार्मिक मान्यता है कि गुरुवार के दिन पीला भोजन करना शुभ माना जाता है. ऐसा करने से विष्णु जी प्रसन्न होते हैं. कहा जाता है कि इस दिन चावल या चावल से बनी खिचड़ी का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से धन का हानि होती है और कंगाली आती है. इसके साथ ही इस दिन जहां चावल खाना मना होता है वहीं, गुरुवार के दिन चावल का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
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