छत्तीसगढ़ के भिलाई के पैरा एथलीट श्रीमंत झा का चयन स्विस पैरा आर्म रैसलिंग चैम्पियनशिप के लिए हुआ है. उनका चयन 80 किलोग्राम वर्ग में हुआ है. चैंपियनशिप 13 सितंबर से 15 सितंबर तक स्विट्जरलैंड में आयोजित की जाएगी. वर्ष 2022-23 में श्रीमंत झा ने देश के लिए चार अंतरराष्ट्रीय मेडल जीता सात ही साथ नेशनल में गोल्ड मेडल जीता लेकिन उन्हें शहीद राजीव पांडे पुरस्कार के लिए अनदेखा किया गया.

श्रीमंत झा छत्तीसगढ़ के सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मेडल जीतने वाले खिलाड़ी हैं. स्विस पैरा आर्म रैसलिंग चैम्पियनशिप में हिस्सा लेकर श्रीमंत छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि देश का नाम भी रोशन करेंगे. श्रीमंत झा स्कूल स्तर पर फुटबॉल खेलना चाहते थे, लेकिन दाहिने हाथ में विकलांगता के कारण उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिली. उन्होंने पास के ही एक जिम में दाखिला लिया और पैरा-रेसलिंग सीखकर अभ्यास शुरू कर दिया. Read More – 1 साल बाद Honey Singh को आई बहन की याद, सरप्राइज देने मेलबर्न पहुंचे सिंगर …

छत्तीसगढ़ के भिलाई से ताल्लुक रखने वाले श्रीमंत झा के दोनों हाथों में चार, चार उंगलियां है. इसके बावजूद उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपने खेल कौशल का प्रदर्शन किया है. कई स्वर्ण पदक जीते हैं. श्रीमंत झा दुनिया के तीसरे नंबर और एशिया के नंबर एक पैरा-आर्म रेसलर हैं. उन्होंने अब तक 48 अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं. माता-पिता ने श्रीमंत के ऊपर हमेशा भरोसा किया. भिलाई के दोस्तों ने भी श्रीमंत का साथ दिया.

झा ने कहा, “जब मैं 10 वीं में था , तो मैं अंतर-विद्यालय फुटबॉल राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में भाग लेना चाहता था. इसमें 200 खिलाड़ी थे और मैं शीर्ष 22 में पहुंच गया था, लेकिन बाद में मेरी विकलांगता के कारण मुझे अस्वीकार कर दिया गया.” उन्होंने इसे अपने जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ बताया. श्रीमंत झा वर्तमान में जिंदल स्टील एंड पावर में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं. Read More – Indias Best Dancer 4 के मंच पर Urfi Javed ने लगाई आग, Terence Lewis के साथ मारे लटके झटके …

श्रीमंत की इस उपलब्धि के लिए पीपुल्स आर्म रेसलिंग फेडरेशन इंडिया की अध्यक्ष प्रीति झंगियानी, महासचिव लक्ष्मण सिंह भंडारी, छत्तीसगढ़ प्रदेश आर्म रेसलिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश बेबे, सचिव श्रीकांत और कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा साहू कोच ऋषभ जैन ने धन्यवाद दिया और खिलाड़ी को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं.