दिल्ली. पूरी दुनिया में सीरिया की पहचान ऐसे देश के रुप में हो रही है जो इंसानों के लिए बेहद खतरनाक है. रोजाना सैकड़ों मासूम बच्चों की घायल हालत और अंतिम सांसे गिनते हुए फोटोज सोशल मीडिया पर लोगों का खून जमा देती हैं. इन बेहद परेशान और जिंदगी की जंग हारने की कगार पर खड़े लोगों के लिए हमारे सरदार खड़े हुए हैं.
सीरिया में हालात कितने भयानक हैं इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि पिछले दस दिनों में करीब 500 लोगों की जान जा चुकी है. हालात इतने बुरे हैं कि यूनाइटेड नेशंस ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं.
कहते हैं कि वो सरदार ही क्या जो नामुमकिन को मुमकिन न कर दे. सिक्खों का मानवतावादी संगठन खालसा एड इस बेहद परेशान देश के बाशिंदों की जिंदगियां बचाने औऱ उन्हें जिंदगी देने के लिए सीरिया की जमीन पर उतर गए हैं. सीरिया में जहां हर वक्त जान जाने का खतरा बना रहता है वहां खालसा एड के वालंटियर्स अपनी जान की फिक्र किए बिना परेशानहाल लोगों औऱ बच्चों को मदद करने पहुंच गए हैं. ये वालंटियर्स बिना अपनी जान की परवाह किए सीरिया के लोगों और बच्चों को मेडिकल हेल्प और खाना उपलब्ध करा रहे हैं.
खालसा एड एक इंटरनेशनल एनजीओ है जो मानवीय मदद देने के लिए दुनिया के किसी कोने पहुंच जाता है. रोहिंग्या मुसलमानों को जब म्यामांर में चुन-चुनकर मारा जा रहा था और उनके सामने खाने और जीने का संकट था इस संगठन ने बेहद शानदार काम किय़ा था.
संगठन मशहूर सिख सिद्धांत कि पूरी दुनिया के इंसानों को एक मानकर मदद करने का पालन करते हुए दुनिया भर के लोगों को मदद पहुंचा रही है. खालसा एड के वालंटियर्स इस बात की परवाह किए बिना कि मदद करते वक्त उनकी जान भी जा सकती है उन इलाकों के लोगों को मदद पहुंचा रहे हैं जहां हर वक्त गोलियों और बारुद की आवाजें आती हैं. पूरी दुनिया की मीडिया में खालसा एड के इस काम की खूब तारीफ हो रही है. हम इस संगठन और इनके वालंटियर्स को यही कहेंगे…जियोंदा रह सरदारा.