चंडीगढ़। पंजाब में जबसे आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तब से लगातार भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं पर कार्रवाई हो रही है. अब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भ्रष्टाचार पर एक्शन का रिपोर्ट कार्ड जारी किया है. उन्होंने कहा कि आप सरकार बनने के बाद अब तक 28 केस दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें 45 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. हालांकि 8 आरोपी अभी फरार हैं. इनमें सबसे ज्यादा 22 केस माइनिंग और वन विभाग के हैं. सीएम भगवंत मान ने कहा कि भ्रष्टाचार के 14 केस वाली पंजाब पुलिस दूसरे नंबर पर है.

मंत्री और पूर्व मंत्री पर भी गाज

भ्रष्टाचार के मामले में पकड़े गए आरोपियों में सरकार के ही हेल्थ मिनिस्टर डॉ. विजय सिंगला, पूर्व कांग्रेसी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, पूर्व कांग्रेस MLA जोगिंदरपाल भोआ और IAS अफसर संजय पोपली शामिल हैं. इसके अलावा पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियां की तलाश हो रही है. वहीं पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू की विजिलेंस जांच की जा रही है.

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CM भगवंत मान

एंटी करप्शन हेल्पलाइन नंबर

सीएम भगवंत मान ने पंजाब में सरकार बनने के बाद एंटी करप्शन हेल्पलाइन नंबर 95012-00200 जारी किया है. कोई भी व्यक्ति इस पर रिश्वत मांगने या लेने की ऑडियो या वीडियो बनाकर भेज सकता है. अगर शिकायत सही मिली, तो इस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.

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भ्रष्टाचार के मामले

  1. पंजाब सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे डॉ. विजय सिंगला ने विभाग के हर काम में 1% कमीशन मांगा. विभाग के अफसर ने सीएम भगवंत मान को शिकायत कर दी. जिसके बाद सिंगला को कैबिनेट से बर्खास्त कर गिरफ्तार किया गया.
  2. पूर्व कांग्रेसी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने एक पेड़ कटाई के बदले 500 रुपए की रिश्वत ली. करीब सवा करोड़ के घपले के बाद विजिलेंस ने उन्हें अमलोह स्थित घर से सोते वक्त ही गिरफ्तार कर लिया.
  3. भोआ से पूर्व कांग्रेसी MLA जोगिंदरपाल का नाम अवैध माइनिंग में सामने आया. पुलिस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
  4. IAS अधिकारी संजय पोपली ने सीवरेज बोर्ड के CEO रहते 7.30 करोड़ के टेंडर अलॉटमेंट के बदले 7 लाख की रिश्वत मांगी. उन्होंने 3.50 लाख की पहली किश्त ले ली थी. दूसरी किश्त मांगने पर ठेकेदार ने शिकायत कर दी, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हो गई.
  5. 24 मार्च को जालंधर तहसील की क्लर्क पर केस दर्ज हुआ. नौकरी के बदले 4 लाख रुपए मांगे थे.
  6. 25 मार्च को गुंडा टैक्स वसूलने के केस में 17 लोग गिरफ्तार हुए. 1.65 करोड़ की रिकवरी हुई.
  7. तरनतारन में सब इंस्पेक्टर समेत 4 लोगों पर केस दर्ज हुआ. एसआई 5 हजार की रिश्वत मांग रहा था. प्रोडक्शन वारंट के प्रोसेस के लिए यह रिश्वत मांगी गई थी.