सत्या राजपूत. रायपुर. डीकेएस घोटाला से जुड़ी 50 करोड़ रुपए की फाइल नहीं मिली है. 49 करोड़ के सामान खरीदने की अनुमति  थी और 120 करोड़ की खरीदी कर ली. 12 एम्बुलेंस हैं, लेकिन 4 एम्बुलेंस में काम चलने की बात कहते हैं. 4 करोड़ महीने का खर्च और डेढ़ करोड़ की आमदनी थी.  हमने खर्च को 2 करोड़ 5 लाख में ला दिया है. डीकेएस में स्थिति सुधरेगी.

यह बात प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में डीकेएस हॉस्पिटल को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा. सुपेबेड़ा के संबंध में उन्होंने बताया कि डीकेएस अस्पताल की मशीन गरियाबंद में पहुंचा दी गई है. लोग इलाज के लिए झिझक रहे थे जो अब दूर हो चुकी है. सुपेबेड़ा के एक युवक को डीकेएस में जॉब दिया गया है. उन्होंने प्रशासनिक बातों से निकलकर बेहतर काम करने की बात कही.

सरकार के पास पैसों की कमी नहीं

सिंहदेव ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि जीएसटी को लेकर पिछली सरकार ने दावा किया था कि 13 हजार करोड़ रुपए सबसे बड़ा टैक्स कलेक्शन है. हमने 15 हजार करोड़ का टारगेट तय किया है. सरकार के पास पैसों की कोई कमी नहीं है कोई जरुरी नहीं है कि मेंटेन करें. वहीं उन्होंने किसानों के लिए ऐसी पॉलिसी बनाने की वकालत जिससे किसान सुरक्षित हों.

महिलाओं के सशक्तिकरण पर दिया जोर

सिंहदेव ने रिक्त पदों में भर्ती करने की बात करते हुए कहा कि इससे व्यवसाय बढ़ेगा. 50 फीसदी आबादी महिलाओं की उनकी प्रतिनिधित्व से लेकर आर्थिक स्थिति सुधारने की जरूरत है आर्थिक रूप से महिलाओं को सशक्त करना होगा. आदिवासी समाज की महिलाएं परिवार के लिए उनका दर्ज वो कामकाजी के रूप में सीधी भागीदारी भी करती हैं. समाज में जो सबसे पीछे है उनके लिए ध्यान देना चाहिए. इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक बातें हैं.