रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति और इसकी रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। वीडियो कॉन्फ्रेंस से चर्चा के दौरान उनके साथ डब्ल्यू.एच.ओ. मुख्यालय जिनेवा से मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन, डॉ. ह्यूजेनॉट, दिल्ली कार्यालय से वैज्ञानिक डॉ. राजीव बहल और बिलासपुर से स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. योगेश जैन जुड़े थे। स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह भी इस चर्चा में शामिल हुईं।

स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैज्ञानिकों को कोविड-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए अपनाई जा रही रणनीति और राज्य शासन के त्वरित कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बीमारी के लंबे समय तक रहने की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने पर जोर दिया जा रहा है। संदिग्धों की जांच का दायरा लगातार बढ़ाते हुए एक्टिव सर्विलांस की जा रही है। संक्रमितों के उपचार के लिए विशेषीकृत अस्पताल बनाए जा रहे हैं।

डब्ल्यू.एच.ओ. की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने सिंहदेव से सहमति जताते हुए कहा कि इस बीमारी से लंबे समय तक जूझना पड़ सकता है। इसलिए स्वास्थ्य क्षेत्र में वर्तमान संसाधनों का आंकलन कर भविष्य के लिए अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था करनी होगी। मानव संसाधन के साथ ही जांच की सुविधाएं बढ़ानी होंगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए छत्तीसगढ़ सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। अधिक से अधिक लोगों की जांच, संक्रमितों का त्वरित इलाज और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन इस बीमारी पर काबू पाने की कुंजी है।