अजय दुबे,सिंगरौली। मप्र में सरकार की घोषणा के बाद ग्राम पंचायतों में निर्विरोध जनप्रतिनियों को चुना जा रहा है. सिंगरौली जिले के चितरंगी जनपद के ग्राम खम्हारडीह के लोगों ने भी एकता की मिसाल पेश की है. खम्हारडीह ग्राम के लोगों ने आपस में तय कर अनुसूचित जनजाति के शिवधारी का नामांकन दाखिल कराया. जिसके प्रतिद्वंदी किसी भी व्यक्ति ने नामांकन दाखिल नहीं किया. खम्हारडीह ग्राम पंचायत के सरपंच और 17 पंच निर्विरोध निर्वाचन भरे हैं. जिनके खिलाफ किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया.

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इसलिए चितरंगी जनपद के ग्राम खम्हारडीह के लोगों ने निर्विरोध सरपंच और 17 पंच चुना है. एसडीएम विकास सिंह ने बताया कि खम्हारडिह के लोगों ने लखपति के खिलाफ प्रतिद्वंदी किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया. निर्वाचन के अंतिम तिथि तक अब गांव वालों ने निर्विरोध उन्हें सरपंच बनाया है. उन्होंने बताया कि खम्हारडीह ग्राम पंचायत में अनुसूचित जनजाति की सीट आरक्षित थी.

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सिंगरौली जिले में खम्हारडीह ग्राम पंचायत एक ऐसा ग्राम पंचायत है, जहां निर्विरोध सरपंच और 17 पंच चुने गए हैं. पंचों के खिलाफ भी किसी ने भी आवेदन नहीं किया है. बता दें कि इससे पहले राजगढ़ जिले की जीरापुर की ग्राम दोबड़ा और राजगढ़ की किल्ला अमरगढ़ ग्राम पंचायत भी निर्विरोध निर्वाचित हुए है. भिण्ड जिले के लहार की ग्राम पंचायत वैशपुरा में पंचायत जनप्रतिनिधी निर्विरोध चुने गए. इसके अलावा बालाघाट जिले के ग्राम पंचायत बघोली और उमारिया जिले के ग्राम पंचायत चौरी में सरपंच और पंच निर्विरोध चुनाव जीतकर सरपंच और पंच बन गए.

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