उत्तर प्रदेश में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत तैयार की जा रही ड्राफ्ट वोटर लिस्ट तीसरी बार टाल दी गई है. चुनाव आयोग की ओर से बुधवार को जारी होने वाली सूची अब 6 जनवरी को प्रकाशित होगी. शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक करीब 2.89 करोड़ मतदाताओं के नाम कट सकते हैं, जो कुल मतदाता सूची का लगभग 18.7 प्रतिशत है. 2024 लोकसभा चुनाव में यूपी में कुल 15.44 करोड़ मतदाता थे, जबकि SIR के पहले चरण के बाद यह संख्या घटकर 12.55 करोड़ रहने का अनुमान है. रिपोर्ट के अनुसार SIR प्रक्रिया में यूपी देश में सबसे ज्यादा डिलीशन वाला राज्य बन सकता है.
जिलेवार विवरण-
यूपी SIR ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में संभावित डिलीशन (जारी रिपोर्ट के अनुसार)
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के आंकड़ों के विश्लेषण में सामने आया है कि शहरी जिलों में मतदाता नाम कटने की संख्या ज्यादा है. टॉप-10 जिलों में संभावित डिलीशन इस प्रकार है-
- लखनऊ: 12 लाख (कुल 39.94 लाख में से 30 प्रतिशत)
- प्रयागराज: 11.56 लाख (46.92 लाख का 24.64 प्रतिशत)
- कानपुर नगर: 9 लाख (35.38 लाख का 25.5 प्रतिशत)
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- आगरा: 8.36 लाख (36 लाख का 23.25 प्रतिशत)
- गाजियाबाद: 8.18 लाख (28.37 लाख का 28.83 प्रतिशत)
- बरेली: 7.14 लाख (34.05 लाख का 20.99 प्रतिशत)
- मेरठ: 6.65 लाख (26.99 लाख का 24.66 प्रतिशत)
- गोरखपुर: 6.45 लाख (36.66 लाख का 17.61 प्रतिशत)
- सीतापुर: 6.23 लाख (31.90 लाख का 19.55 प्रतिशत)
- जौनपुर: 5.89 लाख (35.70 लाख का 16.51 प्रतिशत)
रिपोर्ट के मुताबिक, एन्यूमरेशन फॉर्म न जुट पाने के कारण कई नाम डिलीशन के लिए चिह्नित हुए हैं. पिछले चुनावी रुझानों के आधार पर शहरी इलाकों में असर ज्यादा बताया गया है.
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