Election Commission Meeting: भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) बिहार के बाद अब जल्द ही देशभर में एक साथ मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कराने जा रही है. इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग ने नई दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल मैनेजमेंट (IIIDEM) में इस वर्ष का तीसरा मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (CEOs) का सम्मेलन आयोजित किया. इस बैठक में निर्वाचन आयोग ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को एसआईआर की तैयारियों को अंतिम रूप देने को कहा है. निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने देशभर में एक साथ एसआईआर कराने की पुष्टि करते हुए कहा कि जल्द ही इसके तारीखों का औपचारिक तौर पर घोषणा की जाएगी.

बैठक में क्या हुआ ?

बैठक में सभी CEOs ने अपने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाताओं की संख्या, अंतिम SIR की योग्यता तिथि, मतदाता सूची की स्थिति, और पिछले SIR के बाद मतदाता सूची के डिजिटलीकरण और वेबसाइट पर अपलोड की प्रगति पर विस्तृत जानकारी साझा की. इसके अतिरिक्त, वर्तमान मतदाताओं को पिछले SIR के अनुसार मिलान की स्थिति भी प्रस्तुत की गई. चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता न हों, मतदान केंद्रों के युक्तिकरण की प्रक्रिया की समीक्षा की. इस पहल का उद्देश्य मतदान प्रक्रिया को सुगम और प्रभावी बनाना है, ताकि मतदाताओं को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े.

मतदान केंद्रों की संख्या पर विशेष ध्यान

इसके लिए मतदान केंद्रों की संख्या और उनके प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया. सम्मेलन में CEOs ने मतदाता सूची की शुद्धता और समावेशिता सुनिश्चित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले दस्तावेजों पर सुझाव दिए. इन सुझावों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची से वंचित न रहे और कोई अपात्र व्यक्ति सूची में शामिल न हो. साथ ही, पात्र नागरिकों के लिए दस्तावेज जमा करने की प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने पर बल दिया गया.

इस दिशा में तकनीकी नवाचारों और डिजिटल प्लेटफार्मों का उपयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई. आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों (DEOs), निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (EROs), सहायक EROs, बूथ स्तर के अधिकारियों (BLOs) और बूथ स्तर के एजेंटों (BLAs) की नियुक्ति और प्रशिक्षण की स्थिति की भी समीक्षा की. इन अधिकारियों और एजेंटों की भूमिका मतदाता सूची के प्रबंधन और मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने में महत्वपूर्ण है. उनके प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया गया ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से निभा सकें. आयोग ने सभी CEOs को निर्देश दिए कि वे अपने राज्यों में SIR अभ्यास को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पूरा करें, ताकि आगामी चुनावों में मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.

बिहार में आई चुनौतियों को ध्यान में रखकर तैयारी करें राज्य

बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राज्य में जारी मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण को लागू करने के बारे में अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने अन्य राज्यों से आए मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को एसआईआर के अपने अनुभव को साझा करने के साथ ही, सामने आई चुनौतियों के बारे में बताया.

बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने एसआईआर के दौरान अपनाए गए अपने रणनीतियों, बाधाओं और अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं को लेकर प्रस्तुति दी. ताकि देश के बाकी हिस्सों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी उनके अनुभवों से सीख सकें.

सूत्रों ने बताया कि मुख्य निर्वाचन अधिकारियों ने मतदाताओं की संख्या, अंतिम एसआईआर की अर्हता तिथि और अंतिम पूर्ण एसआईआर के अनुसार अपने-अपने राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूची पर विस्तृत प्रस्तुतियां दीं. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों ने अपने वेबसाइट पर पिछले एसआईआर के बाद मतदाता सूची के डिजिटलीकरण और अपलोडिंग की स्थिति के बारे में जानकारी दी.

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